AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : Parstoday
शनिवार

19 नवंबर 2022

4:25:23 pm
1324651

हंगामों की बिसात यक़ीनन समेट दी जाएगी

इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने कहा कि दंगों के सूत्रधारों का लक्ष्य जनता को मैदान में लाना था।

उन्होंने कहा कि दंगों की बिसात यक़ीनन समेट दी जाएगी और ईरानी जनता ज़्यादा ताक़तवर बनकर और अधिक जोश व ख़रोश के साथ तरक्क़ी के मैदान में आगे बढ़ेगी।

शनिवार को इस्फ़हान से आए हुए समाज के अलग अलग वर्गों के लोगों को संबोधित करते हुए इस्लामी क्रांति के नेता ने कहा कि यह घटनाएं, अपराधिक गतिविधियां और विध्वंस इनसे जनता और कारोबारियों के लिए कठिनाइयां पैदा की जा रही हैं मगर दंगों के लिए मैदान में आने वाले और उन्हें दिशा निर्देश देने वाले सारे तत्वों की इतनी औक़ात नहीं है कि इस्लामी लोकतांत्रिक सिस्टम को कोई नुक़सान पहुंचा सकें।

 इस्लामी क्रांति के नेता ने कहा कि विश्व साम्राज्यवाद और अमरीका को इस्लामी गणराज्य ईरान से यह तकलीफ़ है कि अगर यह सिस्टम तरक़्क़ी करता है और दुनिया में नाम कमाता है तो पश्चिम की लिबरल डेमोक्रेसी का नज़रिया ही सवालों के घेरे में आ जाएगा।

वरिष्ठ नेता का कहना था कि इसी तिलमिलाहट और आक्रोश में अमरीकी और यूरोपीय अपने सारे संसाधनों के साथ मैदान में उतरते हैं मगर अपना सा मंह लेकर रह जाते हैं। जिस तरह इससे पहले कुछ नहीं कर पाए आइंदा भी कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे।

इस्लामी क्रांति के नेता ने आज़ादी और लोकतंत्र के नाम पर किए जाने वाले पश्चिमी देशों के ढोंग को बेनक़ाब करते हुए कहा कि यह सरकारें आज़ादी और लोकतंत्र के नाम पर दूसरे देशों में हस्तक्षेप करती हैं। उन्होंने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान बिल्कुल क़रीब की और स्पष्ट मिसाल है जहां अमरीकियों ने लोकतंत्र न होने के बहाने हमला किया  मगर 20 साल तक अपराध और लूटमार करने के बाद उसी सरकार को सत्ता सौंप कर बेइज़्ज़ती से निकल गए।

आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनेई का कहना था कि ईरान और साम्राज्यवाद की लड़ाई में अमरीका फ़्रंट लाइन पर खड़ा है और यूरोप अमरीका के पीछे है। उन्होंने कहा कि इस्लामी क्रांति के बाद के वर्षों में कार्टर, क्लिंटन, डेमोक्रेट ओबामा, इसी तरह रीगन, बुश और उस हल्के दिमाग़ के पूर्व राष्ट्रपति और मौजूद बे बहोशो हवास राष्ट्रपति तक सब ईरान की जनता को नजात दिलाने के लिए लालायित थे, सबने इस्लामी गणराज्य ईरान के ख़िलाफ़ मोर्चा खोला और अपने पालतू कुत्ते इस्राईल और इलाक़े के कुछ देशों सहित जिससे भी मुमकिन हुआ मदद ली।

इस्लामी क्रांति के नेता ने कहा कि ख़तरों को अवसरों में बदल देना ईमान रखने वाली क़ौम का स्वभाव है। उन्होंने कहा कि पवित्र प्रतिरक्षा के दौरान ख़तरों को अवसरों में बदलने की ईरानी जनता की महारत का नतीजा आज यह है कि दुश्मन जब भी ईरान के ख़िलाफ़ सैनिक विकल्प इस्तेमाल करने के बारे में सोचते हैं उन्हें फ़ौरन याद आ जाता है कि ईरानी जनता को तो हराना संभव नहीं है जैसा कि अमरीकियों और दूसरे विरोधियों को बार बार बताया जा चुका है कि आना आपकी मर्ज़ी से होगा मगर वापसी आपकी मर्ज़ी से नहीं होगी, हमले की स्थिति में आपको मिटा दिया जाएगा। महारत का नतीजा आज यह है कि दुश्मन जब भी ईरान के ख़िलाफ़ सैनिक विकल्प इस्तेमाल करने के बारे में सोचते हैं उन्हें फ़ौरन याद आ जाता है कि ईरानी जनता को तो हराना संभव नहीं है जैसा कि अमरीकियों और दूसरे विरोधियों को बार बार बताया जा चुका है कि आना आपकी मर्ज़ी से होगा मगर वापसी आपकी मर्ज़ी से नहीं होगी, हमले की स्थिति में आपको मिटा दिया जाएगा।