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ईरान की दो टूक, आईएईए के दबाव को नहीं मानेगा तेहरान
अराक़्ची ने हाल ही में हुई एजेंसी की बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में राजनीतिक माहौल हावी होने की आलोचना की और कहा कि ईरान का सहयोग केवल तकनीकी मामलों तक और अंतरराष्ट्रीय नियमों की सीमा के अंदर अंदर है।
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सूडान, मस्जिद पर ड्रोन हमला, 70 से अधिक लोगों की मौत
यह हमला जनरल हमीदती की अगुवाई में रैपिड सपोर्ट फ़ोर्सेज़ (RSF) द्वारा किया गया है। हमले में कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए।
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मिस्र और इस्राईल में तनाव गहराया, बॉर्डर पर सेना तैनात
अरबी मीडिया ने बताया है कि मिस्र ने सिनाई में रक्षा उपकरणों की तैनाती के साथ-साथ 40 हज़ार सैनिकों को भी तैनात किया है।
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हिज़्बुल्लाह लेबनान सेना के साथ, हमारे हथियार दुश्मन से रक्षा के लिए
इस्राईल पश्चिम और अमेरिका की कठपुतली है और इसे आज़ाद देशों की संप्रभुता भंग करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है; क़तर पर हमले से पहले और बाद के हालात में अब सब कुछ स्पष्ट हो गया है।
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अमेरिका और उसके साथियों ने बातचीत और डिप्लोमेसी के रास्ते बंद किए
इरवानी ने ज़ोर दिया कि इस एकतरफा कदम से न सिर्फ परिषद की साख को नुकसान होगा बल्कि डिप्लोमेसी और परमाणु अप्रसार समझौते (NPT) को भी खतरा होगा।
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ईरान के खिलाफ एकजुट पश्चिमी देश, रूस और चीन का इनकार
यह भी माना जा रहा है कि अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगी इस मैकेनिज़्म का इस्तेमाल गज़्ज़ा और पश्चिम एशिया की मौजूदा स्थिति में ईरान की क्षेत्रीय भूमिका को सीमित करने के लिए कर रहे हैं।
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अमेरिका ने फिर दिया भारत को झटका, चहबहार पर मिली छूट खत्म
भारत को चाबहार पोर्ट के शहीद बहिश्ती टर्मिनल के बुनियादी ढांचे के विकास में $120 मिलियन का निवेश करना है और ईरान को $250 मिलियन की क्रेडिट लाइन प्रदान करनी है। जुर्माना लगने से भारत के निवेश पर असर पड़ेगा।
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अमेरिका और पश्चिम के दबाव में नहीं आएगा हिज़्बुल्लाह
ज़ायोनी कार्रवाइयों को वास्तव में अमेरिकी समर्थन हासिल है, लेकिन यह दबाव और साज़िशें प्रतिरोध को अपने रुख़ से हटाने में कभी सफल नहीं होंगी।
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रूस ने कठिन समय में ईरान का साथ दिया : जनरल मूसवी
ईरान ने कभी जंग की शुरुआत नहीं की और हमेशा कूटनीति को प्राथमिकता दी है, लेकिन दुश्मनों ने बातचीत को धोखा बनाने की कोशिश की और ईरान पर युद्ध थोप दिया, जिसका ईरान ने डटकर जवाब दिया।
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मिस्र में हमला हुआ तो, हम अगले दिन तल अवीव में होंगे
मिस्र एक निर्थक या असहाय देश नहीं बल्कि एक मजबूत संप्रभु राष्ट्र है और किसी भी वजह से हमारी सीमाओं के उल्लंघन पर हम कड़ी प्रतिक्रिया देंगे — “अगले दिन हम तल अवीव में होंगे।”
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फीफा वर्ल्ड कप में इस्राईल को मिली एंट्री, तो हट जाएग स्पेन
सूत्रों के मुताबिक़, यह फ़ैसला राजनीतिक कारणों और मौजूदा क्षेत्रीय हालात को देखते हुए लिया जा रहा है।
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अमेरिकी सीनेटरों का ट्रम्प पर दबाव, फ़िलिस्तीन को मान्यता दे
प्रस्ताव में कहा गया है कि "हम राष्ट्रपति से आग्रह करते हैं कि वह अंतरराष्ट्रीय क़ानून और दो-राष्ट्र समाधान के सिद्धांतों के अनुरूप बिना हथियार वाले फ़िलिस्तीन देश को मान्यता दें।
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जॉर्डन सीमा से ग़ज़्ज़ा को मदद पहुँचाना बंद
गज़्ज़ा में हर हफ्ते सिर्फ़ 1800 राहत ट्रक पहुंचते हैं, जो पहले ही ज़रूरत से बहुत कम हैं। अब इनकी कटौती ने अकाल और दवाओं की कमी से रोज़ाना मर रहे दर्जनों फ़िलिस्तीनियों की स्थिति को और भयावह बना दिया है।
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ईरान ने IRGC पर इक्वाडोर के आरोपों को कहा बेबुनियाद, अमेरिका-इस्राईल का दबाव
अमेरिका द्वारा दूसरे देशों को ईरानी सेना के ख़िलाफ़ अभियान में शामिल करने की कोशिश “मज़ाक़िया मुहिम” है, जो IRGC के इरादों को कमजोर नहीं कर सकती।
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इस्राईल से भागने की होड़ , 2024 में 82 हज़ार लोगों ने छोड़ा मक़बूज़ा फिलिस्तीन
अल-मयादीन की रिपोर्ट के अनुसार ज़ायोनी सांख्यिकी विभाग के हवाले से बताया गया कि साल 2024 के दौरान लगभग 82,000 लोगों ने इस्राईल से हिजरत की, जबकि इसी अवधि में केवल 31,000 लोग इज़रायल में दाख़िल हुए
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सुमुद फ्लोटिला उम्मीद की किरण, साम्राज्यवादी सिस्टम गज़्ज़ा का गुनहगार
यह मदद भले ही पूरी तरह पर्याप्त न हो लेकिन यह पहली बारिश की बूंद की तरह असरदार साबित हो सकती है। अब पूरी इस्लामी दुनिया और इंसानियत पर फ़र्ज़ है कि इस कारवाँ की सुरक्षा और मदद सुनिश्चित करे ताकि ग़ज़्ज़ा के मज़लूमों का दर्द कुछ कम किया जा सके।
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सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता, दोनों देश मिलकर करेंगे एक दूसरे की रक्षा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ 17 सितंबर को सऊदी अरब पहुँचे थे। शहबाज़ शरीफ़ को क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने न्योता भेजा था।
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डेली हदीस
इमामे ज़माना के लिए दुआ
इमाम अली रज़ा अ.स. ने हमें हमेशा इमामे ज़माना अस के लिए दुआ करने का हुक्म दिया है।
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गज़्ज़ा में हो रहा है ‘नरसंहार’, नेतन्याहू कैबिनेट कर रही है जातीय सफ़ाया
सैंडर्स ने अपने लेख में लिखा कि अमेरिका को तुरंत युद्धविराम की अपील करनी चाहिए और फ़िलिस्तीन को एक स्वतंत्र देश देने की दिशा में कदम उठाने चाहिए।
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डेनमार्क, इमाम अली (अ.स.) मस्जिद की गतिविधियों में रुकावट डालने की कोशिशें और बेबुनियाद दावे
मस्जिद ने कई मशहूर इस्लामी किताबें, जैसे इमाम सज्जाद (अ.स.) की “रिसाला-ए-हुक़ूक़” और शहीद मुतह्हरी की किताबें डेनिश भाषा में अनुवाद कर छापी हैं। हर महीने के पहले रविवार को यह मस्जिद गैर-मुस्लिम लोगों के लिए भी खोली जाती
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ताइवान में गज़्ज़ा के शहीदों की याद में कार्यक्रम, ताइपे में ज़ायोनी प्रतिनिधिमंडल
“नरसंहार बंद करो”, “ज़ायोनिज़्म का अंत करो, फ़िलिस्तीन को आज़ाद करो”, “अतिक्रमण बंद करो, कब्जा खत्म करो, और “नदी से सागर तक, फ़िलिस्तीन आज़ाद होगा”।
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रूस और ईरान के बीच द्विपक्षीय सहयोग में कोई रुकावट नहीं
ईरान पूरी गंभीरता से दोनों देशों के बीच हुए समझौतों को लागू करने पर काम कर रहा है और साझा सहयोग के लिए सभी ज़रूरी बुनियादी ढाँचे मौजूद हैं। उनके अनुसार, तेहरान और मॉस्को के बीच सहयोग और समझौतों के रास्ते में कोई रुकावट नहीं है।
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मस्जिदे अक़्सा के नीच इस्राईल ने बनाई 600 मीटर लंबी सुरंग
ये सुरंग कोई साधारण पुरातत्व परियोजना नहीं है बल्कि क़ुद्स् की पहचान बदलने और फिलिस्तीनियों को वहां से हटाने की कोशिश है।
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क़ुरआनी चर्चा
नमाज़ में सलाम क्यों वाजिब है ?
अल्लाह के दरबार में सफल होने और जन्नत पाने की असली शर्त, "क़ल्बे सलीम" यानी गुनाह, शिर्क, नेफ़ाक़, शक, रिया और हसद से पाक दिल है। जिनके दिल इन बुराइयों से भरे होंगे, उनका अंजाम जहन्नम होगा।
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नेतन्याहू के विमान की यमन के मिसाइल हमलों के बाद आपात लैंडिंग
नेतन्याहू का विशेष विमान उस समय इमरजेंसी लैंडिंग के लिए मजबूर हो गया जब यमन से इस्राईल की ओर एक मिसाइल दागी गई।
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ईरान ने अमेरिका दावों का सख्ती से खंडन किया
अमेरिका एक नस्लवादी और भेदभावपूर्ण शासन प्रणाली रखता है और गज़्ज़ा में निर्दोष फ़िलिस्तीनियों पर ज़ुल्म ढाने वाली ज़ायोनी सरकार का सबसे बड़ा समर्थक है। ऐसे में उसे मानवाधिकार जैसे उच्च मूल्यों पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है।
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डेली हदीस
खाने पीने पर कंट्रोल के फायदे
......................सब्र और एहतियात बरतते, तो उनके शरीर मज़बूत और तंदुरुस्त हो जाते।
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आयतुल्लाह खामेनेई ने फ्रीस्टाइल रेसलिंग टीम को वर्ल्ड चैंपियनशिप खिताब जीतने पर दी बधाई
ईरान की राष्ट्रीय फ्रीस्टाइल कुश्ती टीम ने 2025 की वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल सात पदक जीते।
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ईरान तुर्की और पाकिस्तान के साथ शुरू करेगा रेल कॉरिडोर
22वें आर्थिक सहयोग समझौते के तहत ईरान और पाकिस्तान ने सालाना 10 अरब डॉलर के व्यापार लक्ष्य को तय किया है, जिसके लिए रोज़ाना लगभग 1,800 से 2,000 ट्रक सीमा पार करेंगे। इस लक्ष्य को पाने के लिए सीमा पर बुनियादी ढांचे में बड़े बदलाव करना ज़रूरी है।
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रूस हशदुश् शअबी के साथ सहयोग करने को तैयार
यदि ईरान और इस्राईल के बीच सीधा टकराव हुआ तो पूरा क्षेत्र एक नई और व्यापक जंग की चपेट में आ सकता है। शोइगू ने सीरिया, लेबनान और यमन में बढ़ते तनाव को भी चिंताजनक बताया।