लेबनान के राष्ट्रपति जोसेफ औन ने कल देश के दक्षिणी इलाकों के कई शहरों और गांवों पर इस्राईल द्वारा किए गए लगातार हमलों की निंदा की। उन्होंने कहा कि यह हमले एक सुनियोजित नीति का हिस्सा हैं, जिसका उद्देश्य लेबनान के उत्पादन ढांचे को नष्ट करना, आर्थिक पुनरुद्धार को रोकना और झूठे सुरक्षा बहानों के तहत राष्ट्रीय स्थिरता को खतरे में डालना है।
राष्ट्रपति औन ने कहा कि इस्राईल का यह उकसाने वाला रवैया संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव 1701 और युद्धविराम समझौते का खुला उल्लंघन है।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि ज़ायोनी शासन अब भी अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का पालन नहीं कर रहा है और अवैध रूप से बल प्रयोग या वैश्विक शांति प्रयासों को कमजोर करने की नीति जारी रखे हुए है । यह स्थिति अंतरराष्ट्रीय समुदाय से गंभीर रुख अपनाने की मांग करती है ताकि इन आक्रामक कार्यों को समाप्त किया जा सके।
ये बयान ऐसे समय आए हैं जब लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि आज ज़ायोनी हमलों में पूर्वी और दक्षिणी लेबनान के बअलबक ज़िले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और सात अन्य घायल हुए हैं।
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