दुनिया भर के कैथोलिक इसाईयों के आध्यात्मिक नेता पॉप पोप लियो XIV मक़बूज़ा फिलिस्तीन में ज़ायोनी शासन द्वारा कीयए जा रहे क़त्लेआम और व्यवस्थित नरसंहार के बारे में बात करते हुए कहा कि "मैं गज़्ज़ा में अत्यंत विकट मानवीय स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त कर रहा हूँ। गज़्ज़ा के लोग हिंसा और भूख से मौत के शिकार हैं।"
पोप लियो XIV नाम अपनाने वाले रॉबर्ट प्रोवोस्ट ने गज़्ज़ा में युद्धविराम और ज़ायोनी कैदियों की रिहाई का आह्वान करते हुए, गज़्ज़ा के लोगों के लिए मानवीय सहायता तक बिना शर्त पहुँच का आह्वान किया।
पोप लियो XIV के ये शब्द सेंट पीटर स्क्वायर के सामने स्थित अपने कार्यालय की खिड़की से अपनी पारंपरिक रविवार की प्रार्थना के दौरान कहे गए, जिसमें उन्होंने गज़्ज़ा पट्टी की स्थिति के बारे में बात की।
वहीं 7 अक्टूबर, 2023 से ज़ायोनी हमलों का सामना कर रहे गज़्ज़ा में अकाल और कुपोषण से मरने वाले फ़िलिस्तीनियों की संख्या 133 तक पहुँच गई है, जिनमें 87 बच्चे शामिल हैं।
अंतर्राष्ट्रीय समुदायों की चुप्पी और मानवाधिकार संस्थाओं की नाकामी के कारण गज़्ज़ा में भयावह स्थिति हर दिन बढ़ती जा रही है,। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और संस्थाओं ने महिलाओं और बच्चों की पीड़ा के प्रति केवल निरर्थक बयानों और सहानुभूति के अलावा कुछ भी नहीं किया।
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