25 जुलाई 2025 - 18:35
दिल जज़्बात और अहसासात का इमाम

दिल अहसासात और जज़्बात का इमाम है और एहसास शरीर के अंगों और भागो के इमाम और रहनुमा की हैसियत रखते हैं।

:قالَ الاْمامُ علىّ بن أبی طالِب أمیرُ الْمُؤْمِنینَ (عَلَیْهِ السلام)

.اَلْعُقُولُ أئِمَّةُ الأفْکارِ، وَ الاْفْکارُ أئِمَّةُ الْقُلُوبِ، وَ الْقُلُوبُ أئِمَّةُ الْحَواسِّ، وَ الْحَواسُّ أئِمَّةُ الاْعْضاءِ
 بحارالأنوار: ج 1، ص 96، ح 40
 

अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली अ.स.:

अक़्लें फ़िकरों की इमाम और रहनुमा हैं, फ़िकरें दिलों की इमाम और रहनुमा हैं, दिल अहसासात और जज़्बात का इमाम है और एहसास शरीर के अंगों और भागो के इमाम और रहनुमा की हैसियत रखते हैं। 

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