:رسول اکرم صلى الله عليه و آله
مَن كانَ في طَلَبِ العِلمِ كانَتِ الجَنَّةُ في طَلَبِهِ؛
[ميزان الحكمه، ح 13784]
रसूले अकरम स.अ.
जो इल्म हासिल करने की जुस्तजू और तलाश में रहे जन्नत उसकी तलाश में रहती है।
.....जुस्तजू और तलाश में रहे जन्नत उसकी तलाश में रहती है।
[ميزان الحكمه، ح 13784]
रसूले अकरम स.अ.
जो इल्म हासिल करने की जुस्तजू और तलाश में रहे जन्नत उसकी तलाश में रहती है।
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