: رسول اکرم صلى الله عليه و آله
مَنْ رُزِقَ تُقىً فَقَدْ رُزِقَ خَيْرَ الدُّنْيا وَ الآْخِرَةِ؛
[نهج الفصاحه، ح 3015]
रसूले अकरम स.अ.
जिसे तक़वे का रिज्क हासिल हो जाए, उसे दुनिया और आखिरत की कामयाबी नसीब हो गई।
..... उसे दुनिया और आखिरत की कामयाबी नसीब हो गई।
रसूले अकरम स.अ.
जिसे तक़वे का रिज्क हासिल हो जाए, उसे दुनिया और आखिरत की कामयाबी नसीब हो गई।
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