ईरानी सेना के चीफ कोऑर्डिनेटर एडमिरल हबीबुल्लाह सय्यारी ने कहा है कि देश की सशस्त्र सेनाएँ बेहतरीन युवा जवानों से भरी हुई हैं और भूमि, वायु और समुद्र में हर प्रकार के खतरे का सामना करने की पूरी क्षमता रखती हैं।
यह बात उन्होंने वैश्विक सैन्य निशानेबाजी चैम्पियनशिप के चौथे चरण के उद्घाटन समारोह के मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। ये प्रतियोगिताएँ ईरानी वायुसेना की मेजबानी में राष्ट्रीय निशानेबाजी केंद्र में आयोजित की गईं।
एडमिरल सय्यारी ने कहा कि खेल, विशेषकर शारीरिक गतिविधियाँ, सैनिक जवानों के स्वास्थ्य और क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। स्वस्थ शरीर ही स्वस्थ मानसिकता पैदा करता है। इसी उद्देश्य से सैन्य संस्थानों में हफ्ते में चार दिन अभ्यास का आयोजन किया जाता है ताकि जवानों को शारीरिक रूप से मजबूत और कुशल बनाया जा सके।
उन्होंने निशानेबाजी के खेल को ईरानी संस्कृति और धार्मिक मूल्यों का हिस्सा बताया और कहा कि यह न केवल एक प्राचीन खेल है बल्कि हमारे राष्ट्रीय नायक आर्श की याद भी ताज़ा करता है, जो वीरता और गौरव का प्रतीक हैं।
एडमिरल सय्यारी ने स्पष्ट किया कि ईरान इन प्रतियोगिताओं में केवल जीतने के लिए शामिल नहीं हुआ है, बल्कि इसका उद्देश्य दुनिया के सामने ईरानी संस्कृति, राष्ट्रीय पहचान, इस्लामी मूल्य और वीरता का प्रदर्शन करना है। हम चाहते हैं कि दुनिया के देशों को पता चले कि हमारा देश एक प्राचीन और सम्मानित भूमि है।
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