22 अक्तूबर 2025 - 14:49
ईरान के साथ होने वाले सुरक्षा समझौते का भरपूर पालन करेगा इराक 

ईरान और इराक़ की जनता के बीच भाईचारे और एकता के गहरे रिश्ते अमेरिका के लिए एक बड़ी चिंता हैं। उन्होंने कहा कि दुश्मन अच्छी तरह जानता है कि यह एकता क्षेत्र में शांति और स्थिरता का स्रोत है।

इराक़ के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार क़ासिम अल-अरजी ने एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ तेहरान में ईरान के चीफ़ ऑफ़ स्टाफ मेजर जनरल अब्दुल रहीम मूसवी से जनरल स्टाफ मुख्यालय में मुलाक़ात की। इस बैठक में दोनों मित्र देशों के बीच सुरक्षा सहयोग और क्षेत्रीय स्थिरता से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।

इस अवसर पर जनरल मूसवी ने कहा कि ईरान और इराक़ की जनता के बीच भाईचारे और एकता के गहरे रिश्ते अमेरिका के लिए एक बड़ी चिंता हैं। उन्होंने कहा कि दुश्मन अच्छी तरह जानता है कि यह एकता क्षेत्र में शांति और स्थिरता का स्रोत है।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर हाल ही में अमेरिका और इस्राईल ने ईरान पर हमला न किया होता, तो यह स्पष्ट नहीं हो पाता कि वॉशिंगटन इराक़ के आंतरिक मामलों पर कितना प्रभाव डालना चाहता है।

बैठक के दौरान क़ासिम आरजी ने कहा कि ईरान और इराक़ के संबंध बेहद मज़बूत हैं और कोई भी ताक़त इन्हें कमज़ोर नहीं कर सकती।

उन्होंने हाल की 12-दिवसीय ईरान-इस्राईल जंग का ज़िक्र करते हुए कहा कि ईरानी जनता ने अपने सैन्य कमांडरों और नागरिकों की शहादत के बावजूद, दुश्मन की उम्मीदों के विपरीत एकता और दृढ़ता का परिचय दिया, जो ईरानी क़ौम की महानता और स्वाभिमान का प्रतीक है।

इराक़ी सलाहकार ने कहा कि ईरान की सुरक्षा, बग़दाद और कुर्दिस्तान दोनों की प्राथमिकताओं में शामिल है, और किसी भी देश को यह अनुमति नहीं दी जाएगी कि वह इराक़ की ज़मीन का इस्तेमाल पड़ोसी देशों, ख़ास तौर पर इस्लामी ईरान, के ख़िलाफ़ करे।

इराक़ी कुर्दिस्तान क्षेत्र के गृह मंत्री ने भी यह वादा किया कि ईरान-विरोधी सशस्त्र समूहों को निरस्त्र करने और सभी समझौतों की पूरी तरह से पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुर्दिस्तान की भूमि का उपयोग ईरान के ख़िलाफ़ किसी भी गतिविधि के लिए नहीं होने दिया जाएगा।

क़ासिम अल-आरजी ने इससे एक दिन पहले ईरान के राष्ट्रपति मसूद पिज़िश्कियान, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव अली लारिजानी, इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर मेजर जनरल मोहम्मद पाकपुर, और विदेश मंत्री अब्बास अराक़्ची से भी मुलाक़ात की थी।

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