वेनेज़ुएला ने अमेरिका पर कैरिबियन सागर में "अघोषित जंग" छेड़ने का आरोप लगाया है और संयुक्त राष्ट्र से अमेरिकी हमलों की जांच की मांग की है। हाल के हफ्तों में इन हमलों में कथित ड्रग तस्करों के नाम पर कई लोगों की हत्या हुई है।
अमेरिका ने वेनेज़ुएला के तटवर्ती अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में अपना युद्धपोत बेड़ा तैनात किया है, जिसे प्यूर्टो रिको में तैनात एफ-35 लड़ाकू विमान समर्थन दे रहे हैं। अमेरिका इसे "एंटी-नार्कोटिक्स ऑपरेशन" बता रहा है।
वेनेज़ुएला के रक्षा मंत्री व्लादिमीर पादरीनो लोपेज़ ने एक सैन्य अभ्यास के दौरान कहा, "यह एक बिना ऐलान की गई जंग है। आप देख रहे हैं कि कैसे लोगों को—चाहे वे तस्कर हों या न हों—कैरिबियन में बिना सफाई का मौका दिए गोली मार दी जा रही है।"
उनके बयान से कुछ घंटे पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि एक और नौका पर हमला कर तीन "नार्कोटेररिस्ट" मारे गए हैं। इसके साथ ही हाल के हफ्तों में कुल मौतों का आंकड़ा 17 हो गया है।
इन हमलों को लेकर कानूनी बहस छिड़ गई है क्योंकि अमेरिकी कानूनों के मुताबिक ड्रग तस्करी अपराध है, लेकिन इसके लिए मृत्युदंड का प्रावधान नहीं है। साथ ही, अमेरिका अब तक यह ठोस सबूत नहीं दे पाया है कि जिन नौकाओं को निशाना बनाया गया, वे सचमुच ड्रग तस्करी में शामिल थीं।
वेनेज़ुएला के अटॉर्नी जनरल ने कहा कि "एक छोटे मछुआरों के जहाज़ पर मिसाइल और युद्धक हथियारों का इस्तेमाल कर उनकी हत्या करना इंसानियत के खिलाफ अपराध है, जिसकी जांच संयुक्त राष्ट्र को करनी चाहिए।"
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