असम में मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। पिछले काफी समय से भाजपा सरकार बड़े पैमाने पर बेगुनाह लोगों के घरों पर बुलडोजर की कार्रवाई करती आ रही है। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने खुद कबूल किया है कि हजारों लोगों को बिना सुनवाई, बिना इंसाफ सीमा पार धकेल दिया गया है।
धर्म के नाम पर की जा रही यह सख्ती इंसानियत को शर्मसार कर रही है, लेकिन मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा इसे विकास और सुरक्षा का नाम देकर अपने कठोर कदमों का जश्न मनाने में जुटे हैं।
ताज़ा घटनाक्रम में असम के करीमगंज जिले से कल 39 मुस्लिम परिवारों को घुसपैठिया बताते हुए सीमा पर ले जाकर बांग्लादेश में धकेल दिया गया। असम पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े होने लगे हैं। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने खुद इसकी जानकारी दी और दावा किया कि अब तक करीब 30,000 लोगों को सीमा पार कर वापस भेजा जा चुका है। इनमें अधिकतर औरतें और बच्चे शामिल हैं।
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