सीरिया में तकफ़ीरी आतंकी गुटों ने सत्ता पर क़ब्ज़ा करते ही अन्य लोगों का क़त्लेआम तेज़ कर दिया है। अलवी समुदाय के साथ साथ शिया समुदाय आतंकीयों के निशाने पर है। इसी क्रम में सीरिया के प्रख्यात आध्यात्मिक नेता शेख रसूल अल-शहूद की गोली मारकर हत्या कर दी गयी उनका शव पश्चिमी सीरिया के हुम्स शहर के पास एक कार में मिला उनके शरीर पर कई गोलियों के निशान थे।
रिपोर्ट के अनुसार, लेबनानी सरकारी सुरक्षा बलों के अज्ञात हथियारबंद लोगों ने हुम्स शहर और अल-ज़ुरैता गाँव के आसपास के इलाके की तलाशी ली। इस आध्यात्मिक नेता का जन्मस्थान भी यहीं स्थित है।
अहलुल-बैत उलमा बोर्ड सीरिया ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक बयान जारी कर इस अज़ीम धार्मिक विद्वान की मौत पर शोक व्यक्त किया तथा इस कृत्य को "अशिष्ट और विश्वासघाती" बताया और ज़ोर देकर कहा कि इसका उद्देश्य मुसलमानों में फूट और मतभेद पैदा करना और देश की एकता को नष्ट करना है।
बोर्ड के उप प्रमुख शेख अदहम अल-खतीब द्वारा हस्ताक्षरित बयान में कहा गया है की इस बुज़ुर्ग आलिम की हत्या सीरिया के संयम और एकता की स्पष्ट आवाज़ पर हमला और देश के अंदर अलग अलग समुदाय के बीच फूट डालने और उन्हें तोड़ने का प्रयास है जो विफल हो गया है।" हम ज़िम्मेदार संस्थाओं से आग्रह करते हैं कि वे इस अपराध की पूरी गंभीरता को जल्द से जल्द स्पष्ट करें और दोषियों को सज़ा दें।
यह घटना उस समय हुई जब सीरिया के लोग देश के तटीय क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हुए नरसंहार की जाँच के लिए समिति के गठन का इंतज़ार कर रहे हैं।
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