16 जून 2014 - 08:06
नॉटो मुफ़्ती करज़ावी ने इराक़ में आतंकवादी हमलों को जनांदोलन का नाम दिया।

इराक़ के विभिन्न सुन्नी धर्मगुरुओं की ओर से आतंकवादी संगठन आईएसआईएल के आतंकवादियों से संघर्ष को धार्मिक व राष्ट्रीय कर्तव्य बताए जाने के बीच क़तर में शरण लिये हुए नॉटो मुफ़्ती के नाम से मशहूर यूसुफ़ क़रज़ावी ने कहा है कि जो कुछ इराक़ में हो रहा है वह जनांदोलन है।

इराक़ के विभिन्न सुन्नी धर्मगुरुओं की ओर से आतंकवादी संगठन आईएसआईएल के आतंकवादियों से संघर्ष को धार्मिक व राष्ट्रीय कर्तव्य बताए जाने के बीच क़तर में शरण लिये हुए नॉटो मुफ़्ती के नाम से मशहूर यूसुफ़ क़रज़ावी ने कहा है कि जो कुछ इराक़ में हो रहा है वह जनांदोलन है।
अलअख़बार अलयौम नामक वेबसाइट पर जारी होने वाले एक बयान में क़रज़ावी ने कहा है कि जो कुछ इराक़ में हो रहा है वह सैनिकों व सुरक्षा बलों की हार है और यह किसी शून्य का परिणाम नहीं बल्कि जनांदोलन है। उन्होंने इराक़ी जनता से एकजुट राष्ट्रीय सरकार के गठन की अपील करते हुए, मौजूदा घटनाओं के लिए नूरी मालेकी सरकार को उत्तरदायी बताया है।
क़रज़ावी ने आतंकवादियों से संघर्ष के लिए जाने वाले स्वयं सेवियों की आलोचना करते हुए कहा कि इससे इराक़ में सांप्रदायिक युद्ध आरंभ हो सकता है।
यह ऐसी स्थिति में है कि जब इराक़ के विभिन्न सुन्नी धर्मगुरुओं के आतंकवादी संगठन आईएसआईएल के आतंकवादियों से संघर्ष को धार्मिक व राष्ट्रीय कर्तव्य बताया है।

टैग्स