अहलुल-बैत (अ.स.) न्यूज़ एजेंसी -अबना- के अनुसार, हिब्रू सूत्रों ने बताया किइस्राईल ने अमेरिकी मध्यस्थों के माध्यम से लेबनान को एक संदेश भेजा है जिसमें जोर देकर कहा गया है कि हिज़्बुल्लाह और लेबनानी सेना के बीच सहयोग अस्वीकार्य है!
इस्राईली सुरक्षा अधिकारी ने चैनल 12 को बताया कि हिज़्बुल्लाह और लेबनानी सेना के बीच समन्वय के सबूत मिलने के बाद यह संदेश जारी किया गया था।
इस्राईली सेना ने शनिवार को कहा कि उसने दक्षिणी लेबनान के यानोह गांव पर हमला करने की योजना को अस्थायी रूप से रोक दिया है ताकि लेबनानी सेना एक विशिष्ट घर की जांच कर सके।
लेबनानी सेना ने यह जांच की और सुरक्षा सूत्रों ने कहा कि यह कार्रवाई संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, UNIFIL बलों, लेबनान और इस्राईल के प्रतिनिधियों सहित युद्धविराम निगरानी समिति के समन्वय से की गई थी।
इस्राईल ने उसी दिन पहले ही यानोह गांव को खाली करने की चेतावनी जारी की थी ताकि वह जिसे "हिज़्बुल्लाह का ढांचा" कहता है, उसके खिलाफ हमले की तैयारी कर सके।
ज़ायोनी सेना के प्रवक्ता ने बाद में कहा कि हमला "अस्थायी रूप से रोक दिया गया था" लेकिन लक्ष्य अभी भी निगरानी में है। उन्होंने कहा कि लेबनानी सेना द्वारा "समझौते के उल्लंघन" से निपटने के लिए युद्धविराम निगरानी तंत्र से अनुरोध करने के बाद यह रोक लगाई गई थी।
UNIFIL के प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र बलों ने इस जांच में लेबनानी सेना का साथ दिया और कहा कि इस संबंध में इस्राईल की कोई भी कार्रवाई सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1701 का उल्लंघन मानी जाएगी।
14 दिसंबर 2025 - 14:47
समाचार कोड: 1761570
हिब्रू सूत्रों ने बताया कि इस्राईल ने अमेरिकी मध्यस्थों के माध्यम से लेबनान को एक संदेश भेजा है जिसमें जोर देकर कहा गया है कि हिज़्बुल्लाह और लेबनानी सेना के बीच सहयोग अस्वीकार्य है!
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