मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने कहा है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम से संबंधित मुद्दे के समाधान के लिए विभिन्न पक्षों के साथ वार्ता और परामर्श की प्रक्रिया जारी है।
मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में राफेल ग्रॉसी ने कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर चर्चा केवल ईरान तक सीमित नहीं है बल्कि इसमें अमेरिका, यूरोपीय देश, रूस और चीन भी शामिल हैं, जिनके साथ एक स्थायी और सत्यापन योग्य ढांचा स्थापित करने के लिए निरंतर संपर्क बनाए रखा जा रहा है।
आईएईए के प्रमुख ने दावा किया कि इस समय ईरान के पास लगभग 400 किलोग्राम यूरेनियम है जो 60% तक संवर्धित है। यह संवर्धन हथियारों के स्तर के करीब माना जाता है, जिसके कारण इस पर कड़ी और अत्यंत सूक्ष्म तकनीकी निगरानी आवश्यक बताई गई है।
ग्रॉसी ने जोर देते हुए कहा कि ईरान में आईएईए के निरीक्षकों की पूर्ण वापसी और मौजूदा समझौतों के तहत निगरानी मिशनों की बहाली, ईरान के परमाणु कार्यक्रम के बारे में विश्वसनीय और भरोसेमंद समीक्षा प्रदान करने के लिए अनिवार्य है।
ग्रॉसी ने कहा कि प्रभावी और निरंतर निगरानी के बिना ईरान की परमाणु गतिविधियों की प्रकृति के बारे में कोई अंतिम और विश्वसनीय तकनीकी राय नहीं बनाई जा सकती।
14 दिसंबर 2025 - 15:11
समाचार कोड: 1761576
आईएईए के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने कहा कि ईरान, अमेरिका, यूरोपीय देशों, रूस और चीन के साथ तकनीकी वार्ताओं का लक्ष्य परमाणु कार्यक्रम के बारे में जांच और निरीक्षण तथा विश्वसनीय समाधान तक पहुँचना है।
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