:امام علی علیه السلام
اللّهَ سُبحانَهُ جَعَلَ رُسُلَه اُولِي قُوَّةٍ في عَزائِمِهِم، وَضَعَفَةً فيما تَرَى الأعيُنُ مِن حالاتِهِم، مَعَ قَناعةٍ تَملَأُ القُلوبَ وَالعُيونَ غِنَىً
وَخَصاصةٍ تَملَأُ الأبصارَ وَالأسماعَ أذَىً
अल्लाह ने अपने पैग़म्बरों को मजबूत इरादा और पक्का फैसला करने की ताकत दी।
दूसरी ओर, उन्हें बाहरी रूप से बहुत सादा और साधारण, ताकि लोग घमंडी न समझें।
उनके दिलों को इतनी क़नाअत दी कि उन्हें दूसरों की चीज़ों की ज़रूरत महसूस न हो।
और उनका ज़ाहिरी फ़क़्र ऐसा था कि देखने वालों की आँखें और कान उससे प्रभावित होते थे, लेकिन वहीं उनकी असली ताकत और आत्मिक दौलत छिपी होती थी।
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