असम की भाजपा सरकार 42 साल पुराने असम के नेल्ली नरसंहार की फाइल एक बार फिर खोलने जा रही है। अपने मुस्लिम विरोधी रुख के लिए कुख्यात मुख्यमंत्री हेमंत विस्वा शर्मा ने कहा है कि भाजपा सरकार इस नरसंहार की रिपोर्ट को असम के अगले विधानसभा सत्र में पेश करने जा रही है। हालांकि, सरकार इस गड़े मुर्दे को 45 साल बाद फिर से क्यों उखाड़ना चाह रही है, इसे साफ़ नहीं किया है लेकिन राज्य सरकार के इस फैसले से असम के मुसलमानों में एक बार फिर भय और आशंका का माहौल बन गया है।
कुछ लोग जहाँ इसे सरकार का सही कदम बता रहे हैं, वहीँ कुछ लोग इसे अगले साल होने वाली विधानसभा चुनाव की तैयारी और राज्य में हिन्दू मुस्लिम साम्प्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ने की साजिश मान रहे हैं।
असम के मियां कल्याण परिषद के राजुल करीम मानते हैं कि नेल्ली नरसंहार में 10000 से भी ज्यादा बंगला भाषी मुस्लिम मारे गए थे।
आपकी टिप्पणी