गज़्ज़ा में ज़ायोनी सेना के हाथों पिछले दो साल से भी अधिक समय से हो रहा जनसंहार हालांकि सीजफायर के बाद थोड़ा धीमा ज़रूर हुआ है लेकिन ज़ायोनी शासन अब भी फिलिस्तीनी जनता की जान ले रहा है। भ्रष्टाचार में फंसा नेतन्याहू इस युद्ध को जारी रखने के फिराक में हैं, यही वजह है कि अब ज़ायोनी नेता ने रफह क्रॉसिंग को खोलने को लेकर विवाद शुरू कर दिया है। इससे खाने-पीने की किल्लत से परेशान फिलिस्तीनियों की पेरशानी बढ़ गई है।
ग़ज़्ज़ा में दो सालों से जारी नरसंहार पर फिलहाल काफी हद ब्रेक लग गया है। 7 अक्टूबर 2023 से अमेरिकी सैन्य हथियारों और उसकी धौंस से इस्राईल 68 हजार से ज्यादा बेगुनाह फिलिस्तीन के लोगों की हत्या कर चुका है, जबकि 80 फीसदी से ज्यादा बुनियादी ढांचे को नेस्तानाबूद कर दिया।
सीजफायर होने के बावजूद इस्राईल साजिश करने से बाज नहीं आ रहा है। अब मृत बंधकों के अवशेषों का मामला दोनों पक्षों के बीच टकराव की मुख्य वजह बन गया है। ज़ायोनी फौज और नेतन्याहू सरकार लगातार इस बात पर जोर दे रही है कि जब तक सभी मृत बंधकों के अवशेष वापस नहीं लौटाए जाते तब तक शांति नहीं होगी ।
आपकी टिप्पणी