25 सितंबर 2025 - 15:00
बातिल हुकूमत और इमाम ज़माना अ.स.

वे ग़लत और ज़ालिम हुकूमत के दौर में सब्र करेंगे। इसलिए तुम भी अपने परवरदिगार के हुक्म से सब्र करो। जब सारे जहानों के सरदार  का ज़हूर होगा तो विरोधी लोग कहेंगे: “हाय अफ़सोस! किसने हमें हमारी कब्रों से उठा दिया?

:امام رضا علیه السلام

إِنَّ اللّهَ ـ تَبارَكَ وَتَعالى ـ أخَذَ ميثاقَ أوليائِنا عَلَى الصَّبرِ في دَولَةِ الباطِلِ، فَاصبِر لِحُكمِ رَبِّكَ، فَلَو قَد قامَ سَيِّدُ الخَلقِ لَقالوا: «يَوَيْلَنَا مَنْ بَعَثَنَا مِن مَّرْقَدِنَا هَذَا مَا وَعَدَ الرَّحْمَنُ وَ صَدَقَ الْمُرْسَلُونَ

الكافي : ج٨ ص٢٤٧ح٣٤٦

इमाम रज़ा अ.स. 

ख़ुदा तबारक व तआला ने हमारे चाहने वालों से यह वादा लिया है कि वे ग़लत और ज़ालिम हुकूमत के दौर में सब्र करेंगे। इसलिए तुम भी अपने परवरदिगार के हुक्म से सब्र करो। जब सारे जहानों के सरदार  का ज़हूर होगा तो विरोधी लोग कहेंगे: “हाय अफ़सोस! किसने हमें हमारी कब्रों से उठा दिया? यही तो रहमान का वादा था और पैग़म्बरों ने जो कहा था, वह बिल्कुल सच था।”

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