सीरिया में असद सरकार के खात्मे को एक साल हो रहा है लेकिन अभी तक सत्ता परिवर्तन या चुनाव को लेकर कहीं कोई हलचल नहीं है। एक साल बाद भी सीरिया में अल-जौलानी की अंतरिम सरकार की ओर से आम चुनाव नहीं कराए गए हैं। न ही निकट भविष्य मे इसके आसार हैं।
हाल ही में चुनाव आयोग ने कहा कि 5 अक्टूबर को एक ट्रांजिशनल कैबिनेट के लिए चयन प्रक्रिया आयोजित की जाएगी। इसमें खास बात यह है कि ये चुनाव बिना राजनीतिक दलों के हो रहे हैं और न ही ये बताया गया कि जनता इसमें सीधे हिस्सा कैसे लेगी। जिसकी वजह से इनपर लोकतांत्रिक होने को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
सीरिया की पीपुल्स असेंबली को देश पर तकफीरी आतंकी संगठन HTS के कब्जे के बाद भंग कर दिया गया था। अब बिना आम चुनावों के ऐलान के ही ट्रांजिशनल कैबिनेट का गठन किया जा रहा है। यह कैबिनेट अगले पांच साल तक देश को संभालेगी।
बता दें कि बांग्लादेश में तख्तापलट के 2 साल से भी कम समय में आम चुनाव कराए जा रहे हैं। ऐसे में अल-जौलानी की मंशा को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
आपकी टिप्पणी