हफ्ता ए दिफ़ा ए मुक़द्दस के मौके पर ईरान की सेना और इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) के शीर्ष नेतृत्व ने संयुक्त रूप से घोषणा की है कि ईरानी सशस्त्र बल हर प्रकार की आक्रामकता का तुरंत और निर्णायक जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
IRGC के कमांडर मेजर जनरल मोहम्मद पाकपुर ने आर्मी हेडक्वार्टर का दौरा किया, जहां उन्होंने ईरानी सेना के प्रमुख मेजर जनरल अमीर हातेमी से मुलाकात की।
जनरल हातेमी ने कहा कि इस्लामिक क्रांति के बाद ईरानी जनता ने स्वतंत्रता, संप्रभुता और इस्लामी लोकतांत्रिक व्यवस्था को अपना मूल उद्देश्य बनाया, जिसे हमेशा दुश्मनों ने निशाना बनाया है। उन्होंने सेना और IRGC के बीच सहयोग को राष्ट्रीय सुरक्षा का स्तंभ बताते हुए कहा कि यह एक लोहे की ढाल के रूप में दुश्मनों की साजिशों के खिलाफ काम करती है।
जनरल हातेमी ने हाल ही में हुई 12 दिवसीय युद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि ईरान ने दुश्मनों की मंशाओं को विफल किया और यह साबित किया कि राष्ट्रीय हितों पर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दुश्मनों ने फिर गलती की तो सेना और IRGC की ओर से ऐसा जवाब मिलेगा जो उन्हें पछताने पर मजबूर कर देगा।
इस मौके पर मेजर जनरल पाकपुर ने ईरानी जनता की अद्वितीय एकता की सराहना की और कहा कि हालिया युद्ध में जनता और सशस्त्र बलों ने मिलकर दुश्मन को पीछे हटने पर मजबूर किया। उन्होंने इस्लामी क्रांति के सुप्रीम नेता की भूमिका को अहम बताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व ने शुरुआती नुकसानों के बावजूद युद्ध को सफलता में बदल दिया।
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