हिज़्बुल्लाह लेबनान के वरिष्ठ नेता और सांसद हुसैन अल-हाज हसन ने साफ़ कहा है कि पश्चिमी और ज़ायोनी दबाव से प्रतिरोध का रुख़ बिल्कुल भी नहीं बदलेगा।
अल-मयादीन के अनुसार, उन्होंने कहा कि इस्राईल के इरादे विस्तारवादी और आक्रामक हैं, और वह सीमाओं और हालात को ताक़त के ज़रिये बदलना चाहता है। इस स्थिति का सामना सिर्फ़ राष्ट्रीय एकजुटता और साझा मज़बूत रुख़ से ही किया जा सकता है।
हुसैन अल-हाज हसन ने ज़ोर देकर कहा कि जितना लेबनान अंदरूनी तौर पर मज़बूत और एकजुट रहेगा, उतना ही वह ज़ायोनी आक्रामकता के सामने शक्तिशाली साबित होगा। अगर लेबनान की सरकारी पोज़िशन मज़बूत और अडिग रही और दबाव के आगे नहीं झुकी तो इसके सकारात्मक नतीजे सामने आएंगे।
उन्होंने आगे कहा कि ज़ायोनी कार्रवाइयों को वास्तव में अमेरिकी समर्थन हासिल है, लेकिन यह दबाव और साज़िशें प्रतिरोध को अपने रुख़ से हटाने में कभी सफल नहीं होंगी।
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