3 सितंबर 2025 - 02:29
ईरान और आईएईए की वार्ता विफल, E-3 की हरकतें ग़ैर ज़रूरी 

बक़ाई ने ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस की कार्रवाइयों को अत्यंत गैर-जिम्मेदाराना और कानूनी रूप से बेबुनियाद बताया और चेतावनी दी कि उनके नकारात्मक प्रभाव विभिन्न क्षेत्रों में दिखाई देंगे।

ईरानी विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के साथ हाल की वार्ताएं किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकीं। प्राप्त विवरण के अनुसार, ईरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बक़ाई  ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब तक ईरान और IAEA के बीच उप महानिदेशक स्तर पर दो बैठकें हो चुकी हैं, हालांकि उनमें कोई नतीजा नहीं निकल सका। फिलहाल आगे की वार्ता जारी रखने के बारे में भी कोई अंतिम फैसला नहीं किया गया है।

बक़ाई ने ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस की कार्रवाइयों को अत्यंत गैर-जिम्मेदाराना और कानूनी रूप से बेबुनियाद बताया और चेतावनी दी कि उनके नकारात्मक प्रभाव विभिन्न क्षेत्रों में दिखाई देंगे।

उन्होंने स्पष्ट किया कि हाल ही में IAEA के निरीक्षक सिर्फ बुशहर परमाणु बिजली संयंत्र में ईंधन बदलने की प्रक्रिया की निगरानी के लिए ईरान आए थे, जो अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत संयंत्र की निरंतर कार्यप्रणाली सुनिश्चित करने के लिए जरूरी था। फिलहाल ईरान में कोई निरीक्षक मौजूद नहीं है, हालांकि तेहरान और एजेंसी के बीच वियना स्थित ईरानी मिशन के जरिए संपर्क बना हुआ है।

ईरानी प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि ईरान परमाणु अप्रसार संधि (NPT) और व्यापक समझौते के तहत अपनी जिम्मेदारियों पर कायम है और अपने शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम को अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुसार आगे बढ़ा रहा है।

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