भाजपा राज में इंसानियत और अल्पसंख्यक और विशेष कर मुसलमानों के हक़ में आवाज़ उठाना गंभीर जुर्म बन गया है। असम में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ अभियाण के नाम पर हजारों मुस्लिमों को उनके घर से बेदखल कर रही है। अब तक हजारों लोगों को बेदखल करते हुए उनके मकानों और मस्जिदों को अवैध बताते हुए बुलडोजर चला दिया गया है। मुस्लिम संगठनों और बुद्धिजीवियों की तरफ से हिमंत बिस्वा पर आरोप लगाया गया है कि वह बांग्लादेशी के बहाने आम मुसलमानों को टार्गेट कर रहे हैं।
इसी कड़ी में योजना आयोग की पूर्व सदस्य और सामाजिक कार्यकर्ता सय्यदा हमीद ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने इंसानियत का हवाला देते हुए कहा कि अगर कुछ बांग्लादेशी नागरिक असम में रह भी रहे हैं तो इसमें क्या समस्या है? इस बयान पर पूरे देश में सियासी बखेड़ा खड़ा हो गया। अब खबर है कि सय्यदा हमीद के खिलाफ असम के 16 जिलों में 16 FIR दर्ज कराई गई हैं।
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