ईरान ने यमन पर अवैध राष्ट्र इस्राईल के हमलों और प्रधानमंत्री समेत उनके कैबिनेट साथियों की हत्या की घोर निंदा की है। ईरान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर यमन के खिलाफ नापाक जायोनिस्ट शासन की आक्रामक और आतंकवादी कार्रवाई की कठोर शब्दों में निंदा की। ज़ायोनी शासन के इन हमलों में यमन के परिवर्तन और पुनर्निर्माण सरकार के प्रधानमंत्री अहमद गालिब नासेर अल-रहवी और उनके साथ कई मंत्रियों की शहादत हुई है।
विदेश मंत्रालय ने ज़ायोनी शासन की उद्दंडता पर अंकुश लगाने के लिए विश्व समुदाय और इस्लामी देशों द्वारा गंभीर कार्रवाई की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि यमन के बुनियादी ढांचे और आवासीय क्षेत्रों पर सैन्य आक्रमण और यमन के उच्च पदस्थ अधिकारियों और निर्दोष नागरिकों की हत्या में नापाक ज़ायोनिस्ट शासन के क्रूर अपराध न केवल युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध का स्पष्ट उदाहरण है, बल्कि इस शासन की एक दुष्ट प्रकृति और प्रतिशोध भी है, जो उस राष्ट्र से लिया जा रहा है जो पीड़ित फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन में अपने नैतिक और मानवीय दायित्व को निभाने के लिए दृढ़ संकल्प है और इस रास्ते पर कोई भी बलिदान देने से पीछे नहीं हटा है।
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