ज़ायोनी युद्ध मशीन इस्राईल ने पूरे मिडिल ईस्ट को युद्ध की आग में झोंक रखा है। अब उसके निशाने पर सीरिया की अमेरिकी कठपुतली जौलानी सरकार आ गई है। सीरिया पर असद सरकार के पतन के फौरन बाद से ही पहले भी बमबारी करते हुए इस देश के बुनियादी ढांचे और सैन्य संस्थानों को बर्बाद करने वाला इस्राईल अब द्रुज़ कबीलों के बहाने जौलानी सरकार के होश ठिकाने लगा रहा है। इसी क्रम मे ज़ायोनी सेना ने सीरिया के रक्षा मंत्रालय और सेना मुख्यालय पर ड्रोन और बम से हमला किया है जिससे दमिश्क में धुएं का गुबार दिखाई दे रहा है। इस्राईल ने हमले की पुष्टि की है।
सीरिया की नई तकफीरी आतंकी गुट द्वारा संचालित सरकार को अमेरिका ज़ायोनी लॉबी के साथ साथ तुर्की और सऊदी अरब का करीबी माना जाता है। सीरिया का शासक जौलानी सऊदी के क्राउन प्रिंस का करीबी है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ने जौलानी के साथ डील की बात की थी।
अमेरिका ने जौलानी का खुलकर सपोर्ट किया, लेकिन जिस तरीके से इस्राईल ने सीरिया पर अटैक किया है उससे सवाल उठ रहे हैं कि आगे क्या होगा?
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