दमिश्क पर इस्राईल-तुर्की और सऊदी अमेरिका के सहयोग से कब्जा करने वाले तकफीरी आतंकी गुट HTS के प्रमुख जौलानी ने इस्राईल के आगे सरेंडर कर दिया है और गोलान हाइट्स जैसे अपने महत्वपूर्ण इलाकों से ज़ायोनी कब्जे को खत्म करने की सीरिया की मांग से पीछे हट गया है।
गोलान हाइट्स समेत सीरिया के अधिकारों पर असद शासन और सीरिया की मांगों के लिए सीरियाई सरकार के जोर से नए शासक पीछे हट गए हैं। सीरिया में बशर अल-असद सरकार के पतन और नए सीरियाई शासकों के सत्ता में आने की तारीख का जिक्र करते हुए वरिष्ठ लेखक अब्दुल मुनइम अली ईसा ने कहा कि 8 दिसंबर, 2024 को, पिछली आधी सदी में जो कुछ भी प्रचलित था, उसके बराबर कोई आंतरिक या बाहरी समीकरण नहीं बनाया गया है और न ही बनाया जाएगा। जबकि नई सीरियाई सरकार का तर्क है कि वह जो कर रही है वह वही है जो वह अभी कर सकती है, वास्तविकता यह है कि इस्राईल के साथ "शांति" समझौते पर हस्ताक्षर करने से इनकार करने का मतलब जरूरी नहीं है कि युद्ध के विकल्प को स्वीकार किया जाए, क्योंकि यह विकल्प निश्चित रूप से वर्तमान परिस्थितियों में उपलब्ध नहीं है।
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