इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने देश के राष्ट्रपति मसऊद पिज़िश्कियान को राष्ट्रपति चुनाव में मिलने वाले जनादेश को अनुमोदित करने और उन्हें राष्ट्रपति पद ग्रहण करने का आदेशपत्र देने के कार्यक्रम के बाद अपने संबोधन में अतिक्रमणकारी ज़ायोनी शासन की क्रूर कार्रवाइयों का उल्लेख किया और उसे अपराधी, हत्यारा और आतंकवादी गैंग क़रार दिया।
आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने कहा कि ज़ायोनी शासन एक सरकार नहीं है, बल्कि उसने दुनिया के सामने एक आपराधिक गिरोह का सबसे घिनौना चेहरा पेश किया है और मानव अपराधों के इतिहास में एक नया मानक और मापदंड बनाया है।
ग़ज़्ज़ा में बड़ी संख्या में नवजात शिशुओं, बच्चों, अस्पतालों में मरीजों और महिलाओं की शहादत की ओर इशारा करते हुए इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने कहा कि उन लोगों पर भी ज़ायोनी सेना भारी बम गिरा रही है जिन्होंने एक भी गोली नहीं चलाई।