पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए चुनाव में धांधली के तमाम आरोपों के बीच इमरान खान समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सबसे बड़ी संख्या में विजयी रहे लेकिन सत्ता नवाज़ और भुट्टो-ज़रदारी की पार्टी के गठबंधन की बनती नज़र आ रही है। इसी बीच खबर आ रही है कि पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी, इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) ने एक सौदे के लिए जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से संपर्क किया, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया। इमरान खान ने अपनी पत्नी बुशरा बीबी को भेजे एक संदेश में कहा कि ISI ने उनसे संपर्क किया था और एक डील की पेशकश की थी जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया।
सीएनएन-न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक़ डील में तीन विकल्प थे। पहला विकल्प राजनीति से संन्यास लेना, दूसरा विकल्प पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की भूमिका के लिए अपनी पसंद के तीन नामों का प्रस्ताव करना और तीसरा विकल्प लाहौर में अपने बनी गाला निवास पर जीवन भर नजरबंद रहना था लेकिन इमरान खान ने सभी विकल्पों को अस्वीकार कर दिया।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी का दावा है कि पाकिस्तानी प्रतिष्ठान इमरान खान और उनके पूरे परिवार को मारना चाहते हैं।