जामिया इस्लामिया, इंदौर में 3 व 4 जून को कानून व्यवस्था के मद्देनजर प्रोटेक्शन शरिया कांफ्रेंस के नाम से होने वाली मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अट्ठाईसवीं बैठक रद्द कर दी गई है।
देश भर के प्रमुख विद्वानों और बुद्धिजीवियों को मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक को संबोधित करना था, जिसमें हजारों लोगों के इकट्ठा होने की उम्मीद थी। इस बैठक की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रशासन से स्वीकृति भी मिल गई थी, लेकिन अब खबर आ रही है कि एसडीएम द्वारा यह अनुमति रद्द कर दी गई है. बैठक के लिए आमंत्रण पोस्टर व अन्य तैयारियां भी पूरी कर ली गई थी लेकिन अंतिम समय में बैठक की अनुमति नहीं दी गई।
इस संबंध में हमने जिम्मेदार अधिकारियों से बात की तो जवाब मिला कि बैठक को दी गई अनुमति रद्द कर दी गई थी लेकिन हम अभी भी अनुमति लेने का प्रयास कर रहे हैं।
गौरतलब हो कि इस बैठक में भारत भर से सभी इस्लामिक संप्रदायों के विद्वान भाग लेने वाले थे, जिनमें मौलाना अरशद मदनी, प्रोफेसर मुहम्मद अली नकवी (अलीगढ़), मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी, मौलाना सज्जाद नौमानी, मौलाना सैयद महमूद मदनी, नाम शामिल हैं। मौलाना असगर इमाम महदी, मौलाना ओबैदुल्लाह खान आजमी, मौलाना अबू तालिब रहमानी, सैयद सआदतउल्लाह हुसैनी, मौलाना फजलुर्रहमान मुजादिदी, मौलाना सैयद बिलाल हसन नदवी आदि महत्वपूर्ण हैं।