फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधकर्ताओं और इस्राईली सैनिकों के बीच गंभीर झड़पों के बीच अमरीका ने अपनी असलियत दिखा दी है। एसे समय में कि जब अवैध ज़ायोनी शासन निहत्थे फ़िलिस्तीनियों पर पाश्विक कार्यवाही कर रहा है, अमरीका ने इस अवैध शासन के साथ 735 मिलयन डाॅलर का हथियारों का सौदा किया है। अमरीकी संचार माध्यमों ने यह सूचना दी है। कुछ जानकार कह रहे हैं कि कहीं एसा तो नहीं है कि युद्ध में फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधकर्ता, इस्राईल पर भारी पड़ रहे हैं जिसके कारण इस्राईल को अमरीका से हथियारों का नया सौदा करना पड़ रहा है।
वाशिग्टन पोस्ट ने लिखा है कि इस्राईल को हथियारों की आपूर्ति करने वाला सबसे महत्वपूर्ण देश अमरीका है। इससे पहले एक अमरीकी सेनेटर ने अमरीका की ओर से इस्राईल को दी जाने वाली सैन्य मदद को ग़ैर क़ानूनी बताया था।
वरमॉन्ट से आज़ाद सेनेटर बर्नी सैंडर्ज़ ने ग़ज़्ज़ा में संघर्ष विराम मांग करते हुए कहा कि अमरीका की ओर से इस्राईल की मदद, ग़ज़्ज़ा पट्टी में मानवाधिकारों के उल्लंघन में इस्तेमाल होती है, जो ग़ैर क़ानूनी है।
सैडर्ज़ ने रविवार को एक ट्वीट में ग़ज़्ज़ा में तबाही के दृष्टिगत वहाँ तुरंत संघर्ष विराम की अपील की है। अमरीका और इस्राईल के बीच हथियारों के नए सौदे को लेकर अमरीका सहित कई देशों में विरोध प्रदर्शन किये गए।