23 जून 2014 - 21:49
बहरैनी जवान की लाश की मांग, जवाब में आँसू गैस से हमला।

बहरैन की जनता नें एक बार फिर विरोध प्रदर्शन करके आले ख़लीफ़ा की डिक्टेटर सरकार को हटाए जाने की मांग की।

बहरैन की जनता नें एक बार फिर विरोध प्रदर्शन करके आले ख़लीफ़ा की डिक्टेटर सरकार को हटाए जाने की मांग की। प्रेस टीवी की रिपोर्ट के अनुसार बहरैनी जनता नें इस तरह के विभिन्न क्षेत्रों में आले ख़लीफ़ा की हिंसक पॉलीसियों के बावुजूद सड़कों पर निकल कर आले ख़लीफ़ा सरकार की अत्याचारी पॉलीसियों के ख़िलाफ़ नारे लगाए और जनविरोधी नीति की आलोचना की। आले ख़लीफ़ा की फ़ोर्स नें बहरैन के मआमीर शहर में प्रदर्शन के दौरान शहीद होने वाले एक बहरैनी नागरिक की तलाश की मांग करने वाले प्रदर्शनकारियों पर आँसू गैस के गोले फेंके। पूरे बहरैन में जनता के ग़ुस्से में होने वाली बढ़ोत्तरी के बावुजूद आले ख़लीफ़ा सरकार अब्दुल अज़ीज़ अलअबार की लाश उसके घर वालों के हवाले करने पर तैयार नहीं है। यह 27 साल का बहरैनी नागरिक दो महीने पहले आले ख़लीफ़ा की फ़ौज के हमले में घायल हो गया था और फिर अन्त में वह अस्पताल में शहीद हो गया। बहरैन की विफ़ाक़े मिल्ली पार्टी नें इस जवान की लाश घर वालों के हवाले न करने के आले ख़लीफ़ा सरकार के क़दम की निंदा करते हुए कहा कि यह सरकार इस जवान की मौत का कारण छुपाकर उसके क़ातिलों को बचाना चाहती है।

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