बहरैन की सरकार, पश्चिम के समर्थन से इस देश के सरकार विरोधियों को कुचलने का सिलसिला जारी रखे हुए है। प्रेस टीवी के अनुसार बहरैन के विभिन्न शहरों, मुख्य रूप से राजधानी मनामा के नागरिक सड़कों पर निकल आए और आले ख़लीफ़ा सरकार के ख़िलाफ़ नारे लगाते हुए आज़ादी और लोकतंत्र की मांग की। आले ख़लीफ़ा सरकार नें प्रदर्शन कारियों पर आँसूं गैस के गोले दाग़े और बड़ी संख्या में लोगों को गिरफ़्तार कर लिया और किसी अनजान जगह पर भेज दिया। अल विफ़ाक़ संगठन नें, जो मनामा सरकार का सबसे बड़े विरोधी संगठन है, ऐलान किया है कि आले ख़लीफ़ा फ़ौज नें 2013 में स्कूलों और घरों पर हमले कर के 200 से ज़्यादा बच्चों को गिरफ़्तार किया है जबकि पिछले साल से अब तक सात हज़ार तीन सौ से ज़्यादा लोग गिरफ़्तार हो चुके हैं। फ़रवरी 2011 से बहरैन में आले ख़लीफ़ा सरकार के ख़िलाफ़ प्रतिदिन प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शन कारी देश में राजनीतिक और आर्थिक मामलों में सुधार की मांग करते हुए अपने देश में विदेशी हस्तक्षेप समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।
8 जून 2014 - 19:17
समाचार कोड: 614530

हरैन के विभिन्न शहरों, मुख्य रूप से राजधानी मनामा के नागरिक सड़कों पर निकल आए और आले ख़लीफ़ा सरकार के ख़िलाफ़ नारे लगाते हुए आज़ादी और लोकतंत्र की मांग की।