यमन के लोकप्रिय जनांदोलन अंसारुल्लाह के प्रमुख सय्यद अब्दुल मलिक अल-हौसी ने लैलतुर-रगाइब के अवसर पर अपने संबोधन में कहा है कि ज़ायोनी दुश्मन के साथ भविष्य के युद्ध निश्चित हैं और इसमें किसी संदेह की गुंजाइश नहीं है।
यमन के लोकप्रिय जनांदोलन अंसारुल्लाह के प्रमुख सय्यद अब्दुल मलिक अल-हौसी ने लैलतुर-रगाइब के अवसर पर देश को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका, इस्राईल और ब्रिटेन अपने गुर्गों के साथ मिलकर मानव इतिहास के सबसे खतरनाक और अत्याचारी उत्पीड़कों के रूप में उभरे हैं।
उन्होंने मुस्लिम देशों के भीतर मौजूद गद्दार गुटों की योजनाओं से आगाह करते हुए कहा कि ये गद्दार मुस्लिम देशों की आस्था की पहचान को बिगाड़ कर उन्हें दुश्मनों के सामने आत्मसमर्पण करवाने पर तुले हैं। उन्होंने आगे कहा कि दुश्मनों का वास्तविक लक्ष्य मुस्लिम देशों के बीच दरार डालना है।
अब्दुल मलिक अल-हौसी ने कुरआन और पवित्र स्थलों की बेअदबी की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि दुश्मन इन हरकतों के माध्यम से मुसलमानों की प्रतिक्रिया का आकलन कर रहे हैं।
उन्होंने महान इस्राईल की परियोजना की ओर इशारा करते हुए चेतावनी दी कि दुश्मन पूरे पश्चिमी एशिया को अपने नियंत्रण में लेने की साजिश कर रहा है।
फिलिस्तीनियों की दुर्दशा पर बात करते हुए यमनी नेता ने कहा कि ज़ायोनी रोजाना फिलिस्तीनियों की हत्या और अपहरण कर रहे हैं, जबकि गज़्ज़ा और वेस्ट बैंक दोनों क्षेत्रों में फिलिस्तीनियों का जबरन विस्थापन अब भी जारी है।
अपने संबोधन के अंत में उन्होंने भविष्य के संघर्षों की निश्चितता पर जोर देते हुए कहा कि ज़ायोनी दुश्मन के साथ आने वाले युद्ध के चरण निश्चित हैं और इसमें कोई संदेह नहीं है, इसलिए मुस्लिम उम्मह को हर समय सतर्क रहने की आवश्यकता है।
27 दिसंबर 2025 - 15:40
समाचार कोड: 1766642
उन्होंने मुस्लिम देशों के भीतर मौजूद गद्दार गुटों की योजनाओं से आगाह करते हुए कहा कि ये गद्दार मुस्लिम देशों की आस्था की पहचान को बिगाड़ कर उन्हें दुश्मनों के सामने आत्मसमर्पण करवाने पर तुले हैं।
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