यमन को लेकर सऊदी अरब और अमीरात में एक बार फिर ठन गई है। दक्षिणी यमन में संयुक्त अरब अमीरात के समर्थक बलों की हालिया प्रगति ने सऊदी अरब और उसके सहयोगियों के लिए गंभीर खतरे पैदा कर दिए हैं।
संयुक्त अरब अमीरात के समर्थक समूह साउथ ट्रांजिशनल काउंसिल और सऊदी समर्थित स्व-घोषित सरकार के बीच मैदानी झड़पों में तेजी आने के साथ-साथ उनके नेताओं के बीच राजनीतिक और जबानी जंग भी बढ़ गई है।
यमन की स्व-घोषित सरकार के उप विदेश मंत्री मुस्तफा अल-नोमान ने देश की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने और दक्षिणी अलगाववादियों का मुकाबला करने के लिए यमन जनांदोलन अंसारुल्लाह के साथ गठबंधन की इच्छा व्यक्त की थी।
इन बयानों पर साउथ ट्रांजिशनल काउंसिल के आधिकारिक प्रवक्ता अनवर अल-तमीमी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि अल-नोमान अब अंसारुल्लाह के साथ गठबंधन की बात कर रहे हैं।
अल-तमीमी ने दावा किया कि यमन में ईरानी एजेंडे के खिलाफ चल रहे निर्णायक युद्ध के सिद्धांतों को निशाना बनाया जा रहा है। उनके अनुसार, ये बयान न केवल दक्षिणी यमन के लोगों के लिए खतरा हैं, बल्कि सऊदी गठबंधन के लिए भी एक चुनौती हैं, क्योंकि यह गठबंधन अंसारुल्लाह के खिलाफ ही बनाया गया था।
24 दिसंबर 2025 - 14:02
समाचार कोड: 1765687
यमन की स्व-घोषित सरकार के उप विदेश मंत्री मुस्तफा अल-नोमान ने देश की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने और दक्षिणी अलगाववादियों का मुकाबला करने के लिए यमन जनांदोलन अंसारुल्लाह के साथ गठबंधन की इच्छा व्यक्त की थी।
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