18 दिसंबर 2025 - 13:32
दुनिया को जंगल राज की ओर धकेल रहा है अमेरिका 

ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराक़्ची ने मॉस्को में छात्रों से बातचीत में वर्ल्ड ऑर्डर में आ रहे बदलावों और ईरान की विदेश नीति पर चर्चा की।

ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराक़्ची ने मॉस्को में छात्रों से बातचीत करते हुए कहा कि पिछले 80 वर्षों से दुनिया कानून-आधारित वर्ल्ड ऑर्डर  की तलाश में थी, लेकिन अब अमेरिका सारे कानूनों को ताक पर रखकर केवल ताकत और बल को महत्व दे रहा है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका और इस्राईल ने ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हमला करके अंतरराष्ट्रीय कानूनों की खुली अवहेलना की है। अब अमेरिका ने दिखावा भी छोड़ दिया है और वह खुल्लम-खुल्ला हमले की धमकियां दे रहा है।
ईरानी विदेश मंत्री ने याद दिलाया कि ईरान अमेरिकियों के साथ वार्ता कर रहा था और पांच दौर पूरे हो चुके थे, लेकिन छठे दौर से दो दिन पहले इस्राईल ने हमला कर दिया।
उन्होंने बताया कि युद्ध के शुरुआती दिनों में अमेरिकी प्रतिनिधि विटकॉफ़ ने वार्ता का संदेश भेजा था, जिसका वास्तविक उद्देश्य ईरान को बिना शर्त आत्मसमर्पण करवाना था।
अराक़्ची  ने कहा कि हमने फैसला किया कि हम अपनी ताकत और स्थानीय रूप से निर्मित मिसाइलों से प्रतिरोध करेंगे। जब पश्चिम कहता है कि ज़ायोनी विमान ईरानी हवाई क्षेत्र में थे, तो वह यह क्यों नहीं बताते कि इस्राईल का आकाश भी ईरानी मिसाइलों की रेंज में था। उन्होंने कहा कि 12 दिनों के प्रतिरोध के बाद, वही अमेरिका जो बिना शर्त आत्मसमर्पण मांग रहा था, बिना शर्त युद्धविराम की बात करने लगा।
अराक़्ची ने ईरान और रूस के बीच बढ़ते संबंधों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों देश शक्तिशाली बनने की नीति पर चल रहे हैं। रूस ने बुशहर में ईरान का पहला परमाणु बिजलीघर बनाया और अब अगले चरण के लिए वार्ता जारी है। रूस से ईरान को गैस की आपूर्ति और गैस स्वैप के बड़े प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है।
 

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