ज़ायोनी सेना ने आज फिर क़ुनैतरा के बाहरी इलाक़े पर तोपखाने हमले के कुछ ही घंटों बाद इस क्षेत्र के बरीका कस्बे में सैन्य रूप कब्जा जमा लिया है।
ज़ायोनी बलों ने क़ुनैतरा के दक्षिणी ग्रामीण क्षेत्र में स्थित तल अहमर के पूर्वी जंगल पर गोले दाग़ने के बाद बरीका कस्बे की ओर बढ़त बनाई। इस सैन्य घुसपैठ में किसी तरह की जनहानि या भौतिक क्षति की खबर नहीं है।
इस्राईली बल यरमूक बेसिन के इलाके की ओर भी बढ़े, जो दरआ के ग्रामीण क्षेत्र में स्थित है।
इस्राईली बलों की यह प्रगति मंगलवार को क़ुनैतरा और दरआ के बाहरी इलाक़ों पर हमले के कुछ घंटों बाद हुई। सोमवार को भी ज़ायोनी सैनिकों ने तीन बार क़ुनैतरा के ग्रामीण इलाक़ों में घुसपैठ की थी।
दमिश्क लगातार इस्राईल द्वारा अपनी संप्रभुता के बार-बार उल्लंघन की निंदा करता आया है और संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से वर्ष 1974 में हुए संघर्ष-विराम समझौते के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है।
इस्राईल ने असद सरकार के पतन के बाद इस समझौते को एकतरफा रूप से अमान्य घोषित कर दिया था।
हाल के दिनों में क़ुनैतरा में ज़ायोनी सेना की आक्रामक गतिविधियों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। स्थानीय सीरियाई लोग इस्राईली बलों द्वारा अपनी कृषि भूमि पर अतिक्रमण, जो उनकी आजीविका का एकमात्र साधन है, हज़ारो किलोमीटर जंगलों की तबाही, मनमानी गिरफ्तारियों, सैन्य चौकियों की स्थापना और राहगीरों की तलाशी जैसी कार्रवाइयों की शिकायत कर रहे हैं लेकिन जौलानी प्रशासन खामोश है।
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