संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में ग़ज़्ज़ा पट्टी में अभूतपूर्व मानवीय और कृषि आपदा की चेतावनी दी है।
अहलेबैत (अ) समाचार एजेंसी – अबना की रिपोर्ट के अनुसार, FAO ने बताया कि ग़ज़्ज़ा की 80% से अधिक कृषि भूमि लगातार जारी युद्ध के कारण नष्ट हो चुकी है, और अब केवल 5% से भी कम ज़मीन खेती के योग्य बची है।
रिपोर्ट के मुताबिक़, लगभग 70% कृषि ग्रीनहाउस पूरी तरह तबाह हो चुके हैं और अधिकतर पानी के कुएँ क्षतिग्रस्त हैं, जिससे पानी तक पहुंच लगभग असंभव हो गई है। इस स्थिति ने ग़ज़्ज़ा की घरेलू उत्पादन व्यवस्था को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया है।
FAO ने ज़ोर देकर कहा कि ग़ज़्ज़ा अब पूरी तरह मानवीय सहायता पर निर्भर है। अगर कृषि सामग्रियों और ईंधन की आपूर्ति पर लगी पाबंदियाँ जारी रहीं, तो आने वाले महीनों में व्यापक अकाल फैल सकता है।
संगठन के अनुसार, ग़ज़्ज़ा की 90% आबादी पर्याप्त भोजन जुटाने में असमर्थ है। सब्ज़ियों और अनाज का उत्पादन पिछले दो वर्षों की तुलना में आधे से भी कम रह गया है, जबकि मत्स्य पालन क्षेत्र भी गंभीर रूप से प्रभावित है।
FAO ने ग़ज़्ज़ा को सूडान, यमन और अफ़ग़ानिस्तान के साथ विश्व के चार सबसे गंभीर खाद्य संकट वाले क्षेत्रों में शामिल किया है और आग्रह किया है कि भोजन, पानी, स्वास्थ्य और मानसिक सहायता सहित बहुआयामी आपात प्रतिक्रिया तुरंत शुरू की जाए, ताकि इस क्षेत्र में मानवीय आपदा को रोका जा सके।
  
            
            
                                        
                                        
                                        
                                        
आपकी टिप्पणी