कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुर्रहमान अल-सानी ने ज़ायोनी शासन के खिलाफ रोष प्रकट करत हुए कहा कि अतिक्रमणकारी इस्राईल शासन रोज़ाना ग़ज़्ज़ा में युद्धविराम का उल्लंघन कर रहा है, और उसके लगातार हमलों की वजह से युद्धविराम समझौता ख़तरे में पड़ गया है।
कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुर्रहमान अल-सानी ने सीएनएन को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि इस्राईल हर दिन ग़ज़्ज़ा में युद्धविराम की शर्तों को तोड़ रहा है, और हालिया दिनों में उसके लगातार हमलों ने इस समझौते को संकट में डाल दिया है।
उन्होंने आगे कहा कि दो-राष्ट्र समाधान ही इस संघर्ष को समाप्त करने का एकमात्र रास्ता है, भले ही कब्ज़ाधारी ज़ायोनी राजनीतिक गुट इससे असहमति रखें।
क़तरी प्रधानमंत्री ने अमेरिका से संपर्क का ज़िक्र करते हुए बताया कि ग़ज़्ज़ा में अंतरराष्ट्रीय बलों की संरचना पर बातचीत चल रही है, और इन बलों और फ़िलिस्तीनियों के बीच का संपर्क फ़िलिस्तीनियों के माध्यम से ही होना चाहिए।
उन्होंने ज़ोर दिया कि क्षेत्र में स्थायी शांति की स्थापना के लिए वास्तविक राजनीतिक इच्छाशक्ति और फ़िलिस्तीनी जनता के अधिकारों का सम्मान आवश्यक है।
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