मध्य पूर्व में इस्राईल की योजनाओं मे खुल कर साथ देने वाले तुर्की को सीरिया में जौलानी शासन के आते ही इस्राईल के हमले खलने लगे हैं। गज़्ज़ा लेबनान के बाद अब सीरिया पर भी इस्राईल के हमले शुरू हुए तो तुर्की आग बबूला हो गया है। इस्राईल की बढ़ते कदम और दुस्साहस से परेशान तुर्की अब ईरान के साथ आने के लिए मचल रहा है।
ताज़ा घटनाक्रम में ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराक़्ची और तुर्की के विदेश मंत्री हाकान फिदान ने टेलीफोन पर बातचीत की। यह बातचीत इसलिए भी अहम है क्योंकि इस साल तुर्की को इस्लामिक सहयोग संगठन का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है और वह OIC के फैसले पर अपना प्रभाव डाल सकता है।
फोन कॉल के दौरान ईरानी और तुर्की राजनयिकों ने द्विपक्षीय संबंधों, हालिया क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों और आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की है। दोनों मंत्रियों ने क्षेत्र में बिगड़ते हालात, खासकर गज़्ज़ा के निहत्थे लोगों पर ज़ायोनी सेना के बढ़ते हमलों और सीरिया पर सैन्य आक्रमणों पर भी विचार-विमर्श किया है। साथ ही दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि इस्राईल के खिलाफ अब सभी मुस्लिम देशों के संयुक्त कदम की जरूरत है।
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