اَللّهُمَّ ارْزُقْنِی فِیهِ رَحْمَةَ الْأَیتَامِ وَ إِطْعَامَ الطَّعَامِ وَ إِفْشَاءَ السَّلامِ وَ صُحْبَةَ الْکرَامِ بِطَوْلِک یا مَلْجَأَ الْآمِلِینَ
ख़ुदाया आज के दिन मुझे यतीमों पर रहम करने उनको खाना खिलाने और सब को सलाम करने और शरीफ़ों के पास बैठने की तौफ़ीक़ दे अपने फ़ज़्ल से ऐ उम्मीद रखने वालों की पनाहगाह।
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