- 
                                        
                                        क़ुद्स दिवस
इमाम ख़ुमैनी की निगाह में क़ुद्स दिवस का महत्व
कि इस्राईल के पीछे अमरीका है, लेकिन अरब देश यह क्यों नहीं सोचते कि अगर सारे अरब देश एक आवाज़…
 - 
                                        
                                         - 
                                        
                                        माहे मुबारके रमज़ान
तौबा कब क़ुबूल होती है ?
रमजान के महीने के दौरान अल्लाह की ज़ियाफ़त में शरीक होने की पहली शर्त तौबा है, और यह इंसान और…
 - 
                                        
                                        शबे क़द्र
शबे क़द्र कौन सी रात है आयतुल्लाह बहजत का जवाब
माहे मुबारक की 19वीं, 21वीं और 23वीं रातों में से कौन सी रात को उलमा और बुज़ुर्गाने दीन फ़ैसले…
 - 
                                        
                                        माहे रमज़ान में रोज़ाना पढ़ी जाने वाली दुआ
आठवीं रमज़ान की दुआ
मुझे यतीमों पर रहम करने उनको खाना खिलाने और सब को सलाम करने और शरीफ़ों के पास बैठने की तौफ़ीक़…
 - 
                                        
                                        माहे रमज़ान में रोज़ाना पढ़ी जाने वाली दुआ
पांचवीं रमज़ान की दुआ
ख़ुदाया इस महीने में मुझे तौबा करने वालों में क़रार दे, और मुझे अपने नेक, इताअत गुज़ार और क़रीबी…
 - 
                                        
                                        रमज़ानुल मुबारक अल्लाह से क़रीब होने का बेहतरीन मौक़ा
यह महीना अल्लाह से क़रीब होने का वक्त है। यह रिश्तों को जोड़ने, नाराज़गियाँ खत्म करने और आपसी…
 - 
                                        
                                        ईदुल फ़ितर के आमाल
शबे ईदुल फ़ितर उन रातों में से है जिसकी बहुत फ़ज़ीलत बयान की गई है और इस रात जाग कर इबादत करने…
 - 
                                        
                                        तीसवीं रमज़ान की दुआ
तुझे पैग़म्बर स.अ. और उनकी पाकीज़ा आल अ.स. का वास्ता है और सारी तारीफ़ उस अल्लाह के लिए जो…
 - 
                                        
                                        ईदुल फ़ितर ईद का दिन या अहलेबैत अ.स. के ग़म का? 2
शिया दुश्मन ताक़तों की भरपूर कोशिश है कि वह शियों के बीच ऐसी चीज़ें दाख़िल करने की कोशिश करें…
 - 
                                        
                                        माहे रमज़ान में हर दिन की दुआ
उन्तीसवीं रमज़ान की दुआ
मुझे रहमत से ढ़ांप दे और मुझे नेकी की तौफ़ीक़ दे और बुराई से दूर रख और मेरे दिल को तोहमत (आरोप)…
 - 
                                        
                                        इंटरनेशनल क़ुद्स डे, कारगिल में महारैली के खूबसूरत मंज़र +तस्वीरें
इंटरनेशनल क़ुद्स डे के मौके पर दुनियाभर के अलग अलग हिस्सों में फिलिस्तीन के समर्थन और ज़ायोनी…
 - 
                                        
                                        माहे रमज़ान में हर दिन की दुआ
अठ्ठाईसवीं रमज़ान की दुआ
मुझे दीनी मसाएल की समझ दे कर इज़्ज़त अता कर और सारे वसीलों में से मेरे वसीले को ख़ुद से सबसे…
 - 
                                        
                                        माहे रमज़ान में हर दिन की दुआ
सत्ताईसवीं रमज़ान की दुआ
मेरे मुश्किल मामलात को आसान कर दे और मेरी माफ़ी को क़ुबूल कर ले, मेरे गुनाहों को माफ़ कर दे…
 - 
                                        
                                        मुज़फ्फरपुर में इंटरनेशनल क़ुद्स डे, फिलिस्तीन के समर्थन और इस्राईल के विरुद्ध नारेबाजी+ तस्वीरें
मुजफ्फरपुर की जामा मस्जिद में अलविदाई जुमे की नमाज़ के बाद मौलाना इतरत हुसैन नदीम के नेतृत्व…
 - 
                                        
                                        माहे रमज़ान में हर दिन की दुआ
छब्बीसवीं रमज़ान की दुआ
मेरे अमल को क़ुबूल कर ले और मेरी कमियों को छिपा दे, ऐ सबसे ज़्यादा सुनने वाले।
 - 
                                        
                                        पच्चीसवीं रमज़ान की दुआ
मुझे पैग़म्बर स.अ. की सुन्नत पर बाक़ी रख, ऐ नबियों के दिलों की हिफ़ाज़त करने वाले।
 - 
                                        
                                        क़ुद्स डे पर रैली क्यों ?
कुछ इस्लामी देश और हाकिम ऐसे हैं जिन्होंने फ़िलिस्तीन, क़ुद्स और बैतुल मुक़द्दस की आज़ादी के…
 - 
                                        
                                        माहे रमज़ान में हर दिन की दुआ
चौबीसवीं रमज़ान की दुआ
और तुझ से तौफ़ीक़ की दुआ मांगता हूं ताकि तेरी इताअत करूं और तेरी मासियत से बच सकूं,
 - 
                                        
                                        माहे रमज़ान में हर दिन की दुआ
तेईसवीं रमज़ान की दुआ
और मेरे दिल का इम्तेहान ले कर उसे अहले तक़वा का दर्जा दे दे,