AhlolBayt News Agency (ABNA)

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सोमवार

23 जुलाई 2012

7:30:00 pm
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म्यांमार में मुसलमानों के नरसंहार परः

विश्व अहले बैत (अ) परिषद ने जारी किया बयान

मुसलमानों के जान व माल की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी बर्मा सरकार पर है और सरकार से मांग की गई है कि इन हिंसक गतिविधियों को तत्काल समाप्त किया जाए और इस देश में होने वाले मुस्लिम नरसंहार की विस्तृत रिपोर्ट विश्व जनमत के सामने पेश की जाए....

अहलेबैत (अ) समाचार एजेंसी (अबना) की रिपोर्ट के अनुसार म्यांमार (बर्मा) में अमानवीय अपराधों और मुसलमानों के नरसंहार, पर विश्व अहलेबैत (अ) परिषद ने महत्वपूर्ण बयान जारी किया है।इस बयान में आया है कि मुसलमानों के जान व माल की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी बर्मा सरकार पर है और सरकार से मांग की गई है कि इन हिंसक गतिविधियों को तत्काल समाप्त किया जाए और इस देश में होने वाले मुस्लिम नरसंहार की विस्तृत रिपोर्ट विश्व जनमत के सामने पेश की जाए।बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर रहीमम्यांमार (बर्मा) में रोहींगा मुसलमानों के नरसंहार के बारे में प्रकाशित खबरों ने दुनिया भर के मुसलमानों विशेषकर अहलेबैत (अ) के चाहने वालों को गंभीर रूप से चिंता में डाल दिया है।दुर्भाग्यवश पिछले तीन दशकों के दौरान रोहींगा मुसलमानों को बर्मा की सेना और सुरक्षा बलों की ओर से जातीय सफाए, हत्या व अतिक्रमण, ज़्यादतियों, जबरन देश छोड़ने जैसे मुद्दों और मानवाधिकार के गंभीर उल्लंघनों का सामना करना पड़ा है।विश्व अहलेबैत (अ) परिषद इन अपराधों की निंदा करता है और मुस्लिम अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों पर जो वास्तव में मुसलमानों के व्यापक नरसंहार और राष्ट्रीय तथा धार्मिक शोधन है, खेद प्रकट करता है और बर्मा के अधिकारियों से मांग करता है कि अल्पसंख्यकों के अधिकारों का ख्याल रखें और नरसंहार और जातिसंहार के बारे में स्पष्ट और व्यापक रिपोर्ट विश्व जनमत के सामने पेश करें और तुरंत ऐसे हालात उपलब्ध कराएं कि हिंसक गतिविधियों का अंत हो और मुसलमानों के लिए शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित हो सके।निसंदेह बर्मा सरकार ही जनता को सुरक्षा प्रदान करने और शांति स्थापित करने की मुख्य ज़िम्मेदार है जिसे म्यांमार में होने वाले नरसंहार और जातिसंहार के अंत के लिए कदम उठाना चाहिए क्योंकि इस मौजूदा स्थिति को और अधिक स्वीकार नहीं किया जा सकता।विश्व अहलेबैत (अ) परिषद अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और इस्लामी सहयोग संगठन और मुस्लिम देशों से भी अपील करता है कि बर्मा में मुसलमानों के जातिसंहार और मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ जारी हिंसा को समाप्त करने और देश से पलायन करने वाले बेघर मुसलमान औरतों और बच्चों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए तत्काल कदम उठाएँ।विश्व अहलेबैत (अ) परिषद एक बार फिर इस्लाम फ़ोबिया के कुरूप, घिनौने और अमानवीय षड़यंत्र के बारे में कि जिसका स्रोत पश्चिमी देश हैं ख़बरदार करते हुए दुनिया भर के मुसलमानों के प्रति भेदभावपूर्ण व्यवहार के अंत की मांग करता है। विश्व अहलेबैत (अ) परिषद जुलाई 2012 रमज़ान 1433समाप्त......166