AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : ابنا
गुरुवार

22 फ़रवरी 2024

10:10:41 am
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ब्रिटेन-अर्जेटीना आमने-सामने, क्या दुनिया को करना होगा एक और युद्ध का सामना

कैमरन ने स्पष्ट किया कि फॉकलैंड्स पर ब्रिटिश अधिकार क्षेत्र पर समझौता नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा था कि फॉकलैंड द्वीप ब्रिटिश परिवार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह स्पष्ट है कि जब तक वह परिवार का हिस्सा बने रहना चाहते हैं, संप्रभुता का कोई सवाल ही नहीं उठता है।

ग़ज़्ज़ा में इस्राईल का जनसंहार और यूक्रेन में जारी संकट अभी ख़त्म भी नहीं हुआ कि दुनिया के सामने एक और संकट पनपने के आसार हो गए हैं। यूके तट से लगभग 13,000 किलोमीटर दूर होने के बावजूद फॉकलैंड्स ब्रिटेन के लिए महत्वपूर्ण है। 3200 की आबादी वाला यह टापू लगभग 42 वर्षों से ब्रिटेन और अर्जेंटीना के बीच विवाद का कारण रहा है। ब्रिटेन इस पर अपना हक जता रहा है।

ब्रिटिश विदेश मंत्री डेविड कैमरन फॉकलैंड द्वीप समूह पर संप्रभुता के अर्जेंटीना के दावों के विरुद्ध ब्रिटेन की प्रतिबद्धता को दोहराने' के लिए फॉकलैंड द्वीप समूह पहुंचे हुए हैं।

कैमरन ने क्षेत्र की अपनी यात्रा से पहले, स्पष्ट किया कि फॉकलैंड्स पर ब्रिटिश अधिकार क्षेत्र पर समझौता नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा था कि फॉकलैंड द्वीप ब्रिटिश परिवार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह स्पष्ट है कि जब तक वह परिवार का हिस्सा बने रहना चाहते हैं, संप्रभुता का कोई सवाल ही नहीं उठता है।

अर्जेंटीना और ब्रिटेन के बीच 2 अप्रैल, 1982 को संकट तब चरम पर पहुंच गया जब अर्जेंटीना ने द्वीपसमूह पर नियंत्रण करने के लिए द्वीपों पर आक्रमण किया। क्षेत्र को वापस जीतने के लिए तत्कालीन ब्रिटिश प्रधान मंत्री मार्गरेट थैचर ने यूके सैन्य टास्क फोर्स भेजे जाने के बाद, 74 दिनों तक संघर्ष चला। ब्रिटेन की जीत हुई, इस संघर्ष में अर्जेंटीना के 655 और 255 ब्रिटिश सैनिक मारे गए।