अफ़ग़ानिस्तान से भागकर जाते समय अमरीकी सैनिक, बहुत बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद वहीं पर छोड़ गए थे। बाद में ख़बरे यह आईं कि उन हथियारों का प्रयोग तालेबान कर रहे हैं।
अमरीका ने इस मुश्किल से पीछा छुटाने के लिए इसकी ज़िम्मेदारी अफ़ग़ानिस्तान की सेना पर डाल दी है। इसी संदर्भ में अमरीका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ने कहा है कि यह हथियार हमने नहीं बल्कि अफ़ग़ानिस्तान के सैनिकों ने छोड़े थे।
जान केरबी ने कहा कि जिन हथियारों में बारे में लोग कह रहे हैं कि उनको अमरीकी छोड़कर भाग गए वह वास्तव में अफ़ग़ानिस्तान की सेना से संबन्धित थे। उन्होंने बताया कि जब अफ़ग़ानिस्तान में तालेबान ने इस देश पर अपना नियंत्रण तेज़ कर दिया और वे अधिकांश हिस्से पर क़ब्ज़ा करने लगे तो इस देश की सेना ने यह हथियार छोड़ दिये थे।
इससे पहले अमरीकी रक्षामंत्रालय की ओर से एलान किया जा चुका है कि सात अरब डालर के अमरीकी हथियार उस समय अफ़ग़ानिस्तान में रहे गए थे जब अमरीकी सैनिक यह देश छोड़कर भाग रहे थे। दूसरी ओर पाकिस्तान के अधिकारियों का कहना है कि अरबों डालर के जो हथियार, अमरीकी सैनिक अफ़ग़ानिस्तान में छोड़कर भाग गए थे वे अब इस्लामाबाद के सशस्त्र विरोधियों के हाथ लग गए हैं।