इरना की रिपोर्ट के अनुसार स्कूलों और कालिजों में हिजाब पर प्रतिबंध के राष्ट्रपति मैक्रां की सरकारी योजना का विरोध करते हुए बहुत से फ्रांसीसी शिक्षकों ने बुधवार को हड़ताल की है।
इन शिक्षकों का मानना है कि मैक्रां सरकार की यह विवादित योजना वास्तव में शिक्षा से संबन्धित समस्याओं से लोगों के ध्यान को मोड़ने की एक चाल है। इन शिक्षकों ने अन्य शिक्षकों से भी इस हड़ताल में भाग लेने का आह्वान किया है। उनका कहना है कि हम पुलिस की परिधान योजना का हिस्सा बनने के लिए महबूर नहीं हैं।
ज्ञात रहे कि फ्रांस में हाल में स्कूलों में मुसलमान लड़कियों के लिए हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसी बीच फ़्रांस के शिक्षामंत्री ने भी यह बात स्वीकार की है कि बहुत सी मुसलमान लड़कियां, हिजाब पर प्रतिबंध के नए क़ानून का अनुसरण नहीं कर रही हैं।
फ्रांस ऐसा यूरोपीय देश है जिसने मुसलमानों के विरुद्ध कई क़ानून बनाए हैं। फ़्रांसीसी सरकार जितना अधिक इस्लामी प्रतीकों को निशाना बना रही है, इस देश में उतना ही अधिक इस्लामी सिद्धांतों को अपनाने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। यूरोप में फ़्रांस ऐसा देश है जहां पर मुसलमानों की संख्या सबसे ज़्यादा है। फ़्रांस में 50 लाख से ज़्यादा मुसलमान रहते हैं।