8 दिसंबर 2020 - 15:58
इलाक़े की अरब सरकारें, कभी भी फिलिस्तीनियों के साथ नहीं थीं, हम बढ़ा रहे हैं अपनी ताक़त, हिज़्बुल्लाह

लेबनान के हिज़्बुल्लाह आंदोलन के उप महासचिव ने कहा है कि इलाक़े की गद्दार अरब सरकारें, कभी भी फिलिस्तीनियों के साथ नहीं रहीं और न ही उन्होंने कभी प्रतिरोध मोर्चे का समर्थन किया है।

शेख नईम क़ासिम ने फिलिस्तीनियों के पहले इन्तेफाज़ा आंदोलन की वर्षगांठ के अवसर पर मंगलवार को एक भाषण में कहा कि ज़ायोनी शासन ने बरसों से फिलिस्तीनियों का अधिकार हड़प कर रखा है लेकिन फिलिस्तीनियों की हर पीढ़ी ने फिलिस्तीनी आकांक्षा की रक्षा की है और उसे जीवित रखा है।

हिज़्बुल्लाह आंदोलन के उप महासचिव ने कहा कि इस्राईल के साथ संबंध स्थापित करने अरब सरकारों ने अपना असली रूप दिखा दिया लेकिन प्रतिरोध मोर्चा, संतुलन बनाने के लिए लेबनान, फिलिस्तीन और इलाक़े में अपनी ताक़त बढ़ाएगा। 

यूएई और बहरैन ने गत सितंबर में इस्राईल के साथ संबंध सामान्य बनाने के समझौते पर हस्ताक्षर किये। 

फिलिस्तीनियों का पहला इन्तेफ़ाज़ा आंदोलन सन 1987 में शुरु हुआ था और सन 1993 में ओस्लो समझौते के साथ खत्म हुआ। अलअक़्सा इन्तेफाज़ा 28 सितंबर सन 2000 में शुरु हुआ और सन 2005 तक जारी रहा जबकि कुद्स इन्तेफाज़ा अक्तूबर सन 2015 में आरंभ हुआ और अब तक जारी है।