अबनाः लीबिया में जर्जर सुरक्षा स्थिति पर चर्चा के लिए इस देश की नवनिर्वाचित संसद एक आपात बैठक कर रही है।
हाउस आफ़ रिप्रेज़ेन्टेटिव के लिए मई में चुने गए सदस्य शनिवार को सुबह संसद में उपस्थित हुए ताकि इस देश का राजनैतिक ढांचा तय्यार करे और इसे हिंसा के नरक से निकालें जिसके कारण कई भागों में कई हफ़्तों से अशांति है। लीबियाई संसद का आधिकारिक सत्र चार अगस्त को शुरु होगा।
लीबियाई संसद के एक सदस्य जलाल अलशवेदी ने कहा, “ हम सत्ता सौंपे जाने की प्रक्रिया को तेज़ करना चाहते हैं क्योंकि लीबिया ज़्यादा इंतेज़ार नहीं कर सकता।”
शवेदी बिनग़ाज़ी से चुने गए प्रतिनिधि हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार की बैठक में इस बात पर चर्चा होने कार्यक्रम था कि हाउस आफ़ रिप्रेज़ेन्टेटिव देश में मिलिशिया गुटों के बीच लड़ाई से कैसे निपटेगा।
उधर ब्रितानी विदेश मंत्रालय ने त्रिपोली में अपना दूतावास बंद करने का फ़ैसला किया है क्योंकि लीबिया की राजधानी में हिंसा फैल रही है। इस सप्ताह के शुरु में ब्रितानी दूतावास के कई कर्मचारियों को वहां से हटाया जा चुका है और ब्रितानी नागरिकों से लीबिया छोड़ने के लिए कहा गया है।
विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय ब्रितानी नागरिकों की लीबिया छोड़ने में मदद कर रहा है किन्तु साथ ही उसने चेतावनी दी है कि सोमवार को कार्यवाही स्थगित होने के बाद वह मदद नहीं दे सकेगा।
ब्रितानी दूतावास की इमारत में केवल राजदूत और मुख्य कर्मचारी मौजूद हैं जिन्हें अगले कुछ दिनों में ब्रिटेन पहुंचाया जाएगा।
त्रिपोली में पूर्वोत्तर की ओर जहां वाणिज्य दूतावास स्थित हैं, प्रतिद्वंद्वी मिलिशिया गुटों के बीच लड़ाई फैल गयी है और पिछले हफ़्ते दूतावास के कर्मचारियों से उनकी कारें छीनने के लिए उन पर फ़ायरिंग हुयी।
उधर भारत सरकार ने अपने नागरिकों से कहा है कि वह जितनी जल्दी हो सके लीबिया छोड़ कर स्वदेश लौट आएं।
2 अगस्त 2014 - 19:09
समाचार कोड: 628447

लीबिया में जर्जर सुरक्षा स्थिति पर चर्चा के लिए इस देश की नवनिर्वाचित संसद एक आपात बैठक कर रही है।