25 जून 2014 - 18:47
आतंकवाद, पश्चिमी साम्राजी ताक़तों का एक हथियार है।

ट्युनिस के एक जाने माने स्कॉलर नें कहा है कि आतंकवाद को पश्चिमी साम्राजी ताक़तों का एक ख़ौफ़नाक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं।

ट्युनिस के एक जाने माने स्कॉलर नें कहा है कि आतंकवाद को पश्चिमी साम्राजी ताक़तों का एक ख़ौफ़नाक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार एक ईरान न्यूज़ एजेंसी के साथ बातचीत करते हुए पेरिस में अहलेबैत इंस्टीट्यूट के चेयरमैन सय्यद हामरूनी नें कहा कि पश्चिमी और कुछ क्षेत्रीय देश इलाक़े में विभिन्न आतंकवादी संगठनों को आर्थिक व हथियार सप्लाई करके मदद कर रहे हैं।
उनका कहना था कि आतंकवादी संगठन दाइश की जड़ें केवल एक देश तक सीमित नहीं हैं बल्कि जेहादी सल्फ़ियत की सोच रखने वाले इस संगठन का केन्द्र जॉर्डन है।
उन्होंने कहा कि सऊदी अरब, क़तर, तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात इस संगठन की भरपूर मदद कर रहे हैं और फ़्रांस में ज़ायोनी सरकार इन आतंकवादियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं।
उनका कहना था कि इराक़ में जारी हिंसा से केवल अमरीका, ब्रिटेन और ज़ायोनी सरकार को फ़ायदा हो रहा है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर देते हुए कहा कि इराक़ के के भविष्य का फ़ैसला इराक़ी जनता के हाथों में है और इराक़ी क़ौम की सफलता आपसी एकता और एकजुटता में है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में आतंकवाद का सामना अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर किये जाने की ज़रूरत है।

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