1 जून 2014 - 18:39
डेमोक्रेसी के प्रचलन द्वारा ही आतंकवाद को खत्म किया जाए।

डॉ. अली लारीजानी ने रविवार को तेहरान में सीरिया के दोस्त देशों की दूसरी बैठक में कहा कि पश्चिम की सबसे बड़ी ग़लती यह थी कि वह यह सोच रहा था कि सीरिया में अराजकता द्वारा ज़ायोनियों को सांस लेने का अवसर मुहय्या करा सकता है।

ईरान के पार्लियामेंट स्पीकर ने कहा है कि डेमोक्रेसी की स्थापना करके आतंकवाद से संघर्ष से होना चाहिए।
डॉ. अली लारीजानी ने रविवार को तेहरान में सीरिया के दोस्त देशों की दूसरी बैठक में कहा कि पश्चिम की सबसे बड़ी ग़लती यह थी कि वह यह सोच रहा था कि सीरिया में अराजकता द्वारा ज़ायोनियों को सांस लेने का अवसर मुहय्या करा सकता है। उन्होंने एक अमरीकी अधिकारी के सीरिया में आतंकवादी कार्यवाहियों को बढ़ावा देने के लिए बजट बढ़ाने पर आधारित बयान की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह आतंकवादियों को हथियारों की मदद करने की अमरीका की काली करतूत का सुबूत है। ईरान के पार्लियामेंट स्पीकर ने इस बात पर ज़ोर देते हुए कि सीरिया में राष्ट्रपति पद का चुनाव पारंपरिक चुनाव नहीं है, कहा कि इस चुनाव का एक संदेश यह भी है कि सीरिया की सरकार देश की जनता की राय के अधीन है और वोटिंग का जो नतीजा होगा उसे क़ुबूल करेगी।
ईरान के स्पीकर डॉ. अली लारीजानी ने तेहरान में सीरिया के दोस्त देशों की बैठक के आयोजन को सीरिया की समस्या को राजनैतिक तरीक़े से हल करने के लिए देशों के संकल्प का परिचायक बताया।

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